शिकाज़े क्षेत्र तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी भाग में स्थित है, जिस की राजधानी शिकाज़े शहर तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का दूसरा बड़ा शहर है, जो समुद्री तल से 3800 मीटर ऊंचा है ।
शिकाज़े का चित्र 1 शिकाज़े का दृश्य(सी आर आई ऑन लाइन)
शिकाज़े में प्राचीन निर्माण तिब्बती शैली के हैं, साथ ही चीनी हान जातीय निर्माण कला की विशेषता भी इस में शामिल है । तिब्बत के नम्बर दो धार्मिक नेता---हर पीढ़ी वाले पंचन लामा का निवास स्थान जाशलुम्बु मठ शिकाज़े में स्थित है, जो इस शहर का प्रतीक है । जाशलुम्बु मठ पहाड़ के अनुसार निर्मित है, देखने में बहुत आलिशान लगता है । यह मठ पोटाला महल के बराबर सुन्दर है । वर्तमान में 11वें पंचन लामा 19 वर्ष के हैं । शिकाज़े क्षेत्र की च्यांगज़ी कांउटी में स्थित पाल्कोर मठ भी सुप्रसिद्ध है, जिस में अनेकानेक बुद्ध पैगोडा हैं, जिसे"तिब्बत के स्तूप राजा"माना जाता है । मठ में बड़ी तादाद में भीत्ति चित्र सुरक्षित हैं, :एक-एक भीत्ति चित्र को जोड़ कर घनिष्ठ संबंध बनता है ।
शिकाज़े का चित्र 2 जाशलुम्बु मठ (सी आर आई ऑन लाइन)
शिकाज़े का चित्र 3 पाल्कोर मठ (सी आर आई ऑन लाइन)
शिकाज़े शहर से दक्षिण की ओर जाने के बाद लोग सुंदर हिमनदी और विश्व में सब से ऊंचे पहाड़ चुमुलांगमा चोटी पर पहुंचा जा सकता है । तिब्बती भाषा में"चुमुलांगमा"का मतलब है"ज़मीन की माता"। चोटी के आसपास 20 किलोमीटर के दायरे में पर्वत श्रृंखला है । देखने में बहुत शानदार लगती है । वर्ष 2008 की आठ मई को चीनी पर्वतारोहण टीम ने सफलतापूर्वक पेइचिंग ऑलंपिक की पवित्र अग्नि को चुमुलांगमा चोटी पर पहुंचाया, यह मानव जाति के ऑलंपिक इतिहास में एक रिकार्ड है ।
शिकाज़े का चित्र 4 चुमुलांगमा चोटी(गेटीइमेजीस)