2009-03-22 16:21:31

11वें पंचन लामा ने दस लाख तिब्बती भूदासों की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ पर लेख प्रकाशित किया

23 तारीख को निकलने वाले चीनी जन देनिक में दस लाख तिब्बती भूदासों की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 11 वें पंचन लामा का एक लेख छपा। अपने लेख में पंचन लामा ने कहा कि तिब्बत में जनवादी सुधार के परिणामस्वरूप तिब्बत की सामाजिक व्यवस्था का युगांतर रूपांतर हुआ है। तथ्यों से जाहिर है कि मात्र चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ही है, जो अतीत के भूदासों को मानवी मर्याद व स्वतंत्रता दिला सकती है। धर्म तमाम जनों को कल्याण देने और सभी वर्गों के जनों को मुसिबतों से उद्धारने का पक्षधर है। भूदासों की मुक्ति धर्मोपदेश से शतशत मेल खाती है।

लेख में कहा गया है कि तिब्बत के जनवादी सुधार के बाद 50 सालों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने प्रदेश के विभिन्न कार्यों के स्वशासन व विकास, कानून के मुताबिक तिब्बती जनता के परम्परागत संस्कृति के स्वतंत्र विकास और धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता की गारंटी तथा चीनी विशेषता वाले समाजवादी आधुनिकीकरण में नये तिब्बत के तेज विकास में विश्वध्यानाकर्षक महान उपलब्धियां हासिल की हैं । तिब्बती जनता को अवश्य मुश्किल से प्राप्त इन उपलब्धियों की रक्षा करनी चाहिए।

11वें पंचन लामा ने अपने लेख में कहा कि वे पहले की ही तरह विभिन्न पीढ़ियों के पंचन लामाओं की देशभक्ति, धर्मभक्ति और जनता को कल्याण देने की परम्परा के मुताबिक मातृभूमि के एकीकरण व जातीय एकता और जनता की खुशहाली के लिए तनमन से काम करेंगे।