
आंकड़ों के अनुसार सन् 2008 की पहली तीन तिमाहियों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में पूंजी निवेश, खर्च, आयात निर्यात आदि क्षेत्रों में तेजी से विकास हुए। जिन में पर्यटन कार्य भी पुनः गर्म होने लगा। इन पहली तीन तिमाहियों में 17 लाख से ज्यादा देशी विदेशी पर्यटक तिब्बत की यात्रा पर गये हैं।
ल्हासा की मार्च 14 घटना होने के बाद तिब्बत के विकास की स्थिति गंभीर बनी। लेकिन तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने पूंजी निवेश पर्यावरण को सुधारने पर जोर लगाया और अन्य तदनुरूप कदम उठाए। जिस से तिब्बत का अर्थ पुनः तेजी से विकास होने लगा। (पवन)
