चीन का उद्योग का तेज विकास पिछली शताब्दी के 50 वाले दशक के आरम्भ में शुरू हुआ था। 1949 में नए चीन की स्थापना के बाद, चीन का उद्योग सर्वोतोमुखी रूप से विकास के काल में प्रवेश हो गया। वर्ष 1978 के आर्थिक सुधार व खुलेपन की नीति के शुरू होने से पहले ही चीन ने प्रारम्भिक रूप से अपेक्षाकृत एक पूर्ण औद्योगिक अर्थतंत्र व्यवस्था का निर्माण कर लिया था , परम्परागत तेल उद्योग के अलावा नवीनतम रासायन व इलैकट्रोनिक उद्योग का भी अपेक्षाकृत तेज विकास हुआ है, उच्च विज्ञान तकनीक का प्रतीकात्मक उद्योग नाभिकीय व अंतरिक्ष उद्योग का भी उल्लेखनीय विकास हुआ है। पिछली शताब्दी के 70 वाले दशक के अन्तिम काल से चीन के औद्योगिक विकास का रूझान अधिक तेज गति से आगे बढ़ने लगा, वर्ष 1979 से 2003 तक उद्योग वृद्धि दर प्रति वर्ष 10 प्रतिशत की तेज गति से लगातार आगे बढ़ता रहा है।
पिछले 50 वर्षों के विकास से चीन का मुख्य औद्योगिक उत्पादन की मात्रा दसेक गुने यहां तक कि कई सौ गुने की तेज गति से विकसित होता रहा है, विविध औद्योगिक उत्पादें दुनिया के कोने कोने में निर्यात होने लगे हैं। वर्ष 1996 के बाद से लौह इस्पात, कोयला, सीमेंट, रासायन खाद तथा टेलीवीजन की उत्पादन मात्रा लगातार दुनिया के प्रथम स्थान पर बनी रही है।
वर्ष 2003 में चीन का उद्योग उत्पादन मूल्य दर 53 खरब 61 अरब 20 करोड़ य्वेन तक जा पहुंचा है, जो वर्ष 2002 की तुलना में 12.6 प्रतिशत अधिक दर्ज की गई है। वर्तमान चीन न केवल विमान, जहाजरानी, वाहन का निर्माण कर सकता है, बल्कि कृत्रिम उपग्रह व आधुनिकीकरण औद्योगिक साज सामानों का निर्माण करने में भी पूरी तरह सक्षम हैं। चीन ने उंची तकनीकी स्तर वाले कई किस्मों के डिजाइन व अनेक ब्रांड उत्पादों का उत्पादन करने वाले स्वतंत्र औद्योगिक व्यवस्था का निर्माण पूरा कर लिया है। भविष्य में चीन सूचना तकनीक के सहारे औद्योगीकरण की रणनीति को पूरी तरह अमल में लाने की नीति पर बल देगा, ताकि उद्योग धन्धा चीन के आर्थिक विकास में सकारत्मक भूमिका निभाने में सफल रहें।