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यांगत्सी नदी चीन की सब से बड़ी नदी है ,जिस की कुल लंबाई 6300 किलोमीटर है । वह अफ्रीका की नील और दक्षिण अमरीका की अमाजोन नदी के बाद विश्व की तीसरी बड़ी नदी है ।यांगत्सी नदी का ऊपरी भाग ऊंचे पहाड़ों और गहन घाटियों के बीच बहती है , इस से इस में प्रचुर जल-संसाधन निहित है ।यांगत्सी नदी पूर्वी और पश्चिमी चीन को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण जल मार्ग भी है ।इसे गोल्दन मार्ग कहलाता है ।यांजत्सी नदी के मध्य व निचले भागों के क्षेत्रों में जलवायु के बेहतर होने और उपजाऊ भूमि के कारण वहां चीन के कृषि व उद्योग का अहम विकसित केन्द्र है ।
पीली नदी चीन की दूसरी बड़ी नदी है ,जिस की कुल लंबाई 5464 किलोमीटर है । पीली नदी का घाटी क्षेत्र चीनी राष्ट्र के हिन्दोड़ों में से एक है ।चीनी लोग उसे माता नदी पुकारते हैं ।
हेलोंगच्यांग नदी उत्तर चीन में एक अहम नदी है ,इस की कुल लंबाई 4350 किलोमीटर है ,जिस का 3101 किलोमीटर वाला भाग चीन से गुजरता है ।
चुच्यांग नदी यानी पर्ल नदी दक्षिण चीन की सब से बड़ी नदी है ,इस की कुल लंबाई 2214 किलोमीटर है ।
दक्षिण शिन्चांग में स्थित तारिम नदी चीन की सब से लंबी अनतर्थलीय नदी है ,जिस की लंबाई 2719 किलोमीटर है ।
प्राकृतिक नदियों के अलावा चीन में एक मशहूर निर्मित नदी है ,जिस का नाम है ता युन ह नहर । उस की खुदाई पांचवीं शताब्दी से शुरू हुई थी । वह उत्तर चीन के पेइचिंग और दक्षिण चीन के हांग चो को जोड़ देती है ।उस की कुल लंबाई 1801 किलोमीटर है ,जो विश्व में सब से लंबी और सब से पूरानी नहर है ।
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