मिङ राजवंश के अन्तिम 70 सालों में बाढ , सूखा , भुखमरी और महामारी जैसी विपत्तियां एक के बाद एक मुसीबत बरपा करती रहीं, खेतीयोग्य भूमि सूखकर बंजर बन गई और किसान जगह जगह भूख से तडपकर मरने लगे।