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केसिंगा उड़ीसा के सुरेश अग्रवाल के पत्र सें लिए गए सी .आर .आई कार्यक्रम केलिए उन के शब्द । वे कहते हैं कि यह नव वर्ष सी .आर.आई तथा श्रोताओं के बीच संबंधों को और पुख्ता बनाने में सहायक सिद्ध होगा तथा हिन्दी कार्यक्रम और अधिक रचनात्मक व बहुआयामी होंगे ।
दिनांक 17 दिसम्बार को प्रातःकालीन सभा 19 मीटरबैंड पर बिलकुल स्पष्ट सुनाई पड़ी , प्रसारण रात्रिकालीन सभाओं के मुकाबले अधिक साफ थी ।
आज के जीवन और समाज के अन्तर्गत आप ने रेशम उद्योग से जुड़ी जिन चीनी महिला का जिक्र किया , वह निश्चित तौर पर औरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है । वैसे भी इन दिनों चीन में आर्थिक सुधारों से जुड़ी खबरें चौंकाने वाली है । आज चीनी निर्मित इलेक्ट्रोनिक्स वस्तुओं ने जापान को पीछे छोड़ दिया है । समझ में नहीं आता है कि इतने सस्ते दामों पर चीन को इन वस्तुओं का पड़ता कैसे लगता है ।
आज ही पत्रोत्तर सुन कर पता चला कि श्रोता वाटिका का पांचवां अंक प्रकाशित हो चुका है तथा श्रोताओं ने उसे काफी पसंद किया है । मेरी आप से गुजारिश है कि श्रोता वाटिका सहित तमाम श्रोता सुलभ सामग्री आप मुझे भी नियमित रूप से भिजवाने का कष्ट करें ।
रोहतास बिहार के कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने हमें भेजे पत्र में कहा कि मैं आप के यहां से सी .आर.आई हिन्दी प्रसारण प्रतिदिन सुनता था , मगर हमें आप के कार्यक्रमों के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी नहीं थी , लेकिन हमारे एक मित्र है मोहम्मद आसीफ खां , जिन्हों ने आप के यहां से प्रसारण होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी हमें दी और आप के यहां का भेजा हुआ लिफाफा भी उन्हीं के द्वारा हमें प्राप्त हुआ है । यह पत्रि मैं आप के पास पहली बार लिख रहा हूं । आप अपने यहां के कार्यक्रमों के बारे में हमें पूर्ण रूप से जानकारी दें , ताकि मैं भी आप का श्रोता बन सकूं ।
कामेश्वर प्रसाद गुप्ता जी , हम आप का एक नए श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं । हम ने आप के पत्र के जवाब के साथ हमारी कुछ सामग्री भी भेजी थी , आशा है कि आप को मिली हुई होगी , जिस में जो श्रोता वाटिका है , उस पर हमारे हिन्दी कार्यक्रम की समय सूची छपी है , पढ़ कर आप को सी .आर .आई हिन्दी प्रसारण के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी मिलेगी । श्रोता वाटिका में सी .आर .आई के हिन्दी वेबसाइट का पता भी छपा है , आशा है कि आप हमारी वेबसाइट भी देखेंगे और उस में आप को चीन तथा सी.आर.आई के हिन्दी प्रसारण के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होगा । हम आप के नए पत्रों के इंतजार में हैं ।
आरा बिहार के रवी राज सरना ने हमें लिखे पत्र में कहा कि मैं सी .आर .आई का नया श्रोता हूं , अपनी रेडियो को रात्रि काल में खोला , तो मुझे सी .आर .आई का प्रसारण सुना । मैं आश्चर्य चकित हो गया कि चाइना से भी हिन्दी में रेडियो प्रसारण प्रस्तुत होते हैं . अब तक मैं जानता था कि डी.डब्लुय . बी बी सी और वाइस आफ अमरीका ही आदि ही हिन्दी में रेडियो प्रसारण करते हैं । मुझे बहुत खुशी हुई है , इस से भारत और चीन की मित्रता और भी मजबूत होगी । इसी के दूसरे दिन मेरे शहर के एक मात्र रेडियो क्लब रवी रेडियो लिस्नर्स क्लब ने एक गोष्ठी का आयोजन किया , जिस में क्लब के अध्यक्ष रवी कांत जी ने आप के रेडियो प्रसारण सी .आर .आई के बारे में पूर्ण जानकारी दी ।यह कब आरंभ हुआ , इस में कितने उद्घोषक और उद्घोषिका कार्यरत हैं । हम लोगों को आप सभी के तस्वीर भी दिखाए । इसके बाद अपने भाषण में अध्यक्ष महोदय ने सी .आर .आई के प्रत्येक कार्यक्रम के खुल कर चर्चा किए । भाषण के दौरान उन्हों ने ज्ञान प्रतियोगिता का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमारा क्लब प्रत्येक प्रतियोगिता में भाग लेता है । एक श्रोता ने अध्यक्ष महोदय से पूछा कि कभी आप के क्लब को इस ज्ञान प्रतियोगिता में पुरस्कार मिला है , तो उन्हों ने कहा कि नहीं , लेकिन मैं कभी निराश नहीं हुआ , एक कहावत है कर्म करो , फल की चिंता ना करो ।
रवी राज सरना का हम एक नए श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं और आशा भी करते हैं कि जब आप को यह पता चला है कि सी .आर.आई हिन्दी में भी प्रसारण करता है , वह भी दशकों से लम्बे समय से हो रहा है ,तो आप जरूर आगे नियमित रूप से हमारा हिन्दी प्रसारण सुनेंगे , जिस से आप को भारत के पड़ोसी देश चीन के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सकेगा और चीन भारत मित्रता की मजबूति को मदद मिलेगी और आप को बी बी सी और वाइस आफ अमरीका से अलग जानकारी भी मिलेगी । हम ने आप को अपना श्रोता वाटिका भेजा था , विश्वास है कि आप को पसंद आया है । आप के नए पत्रों की प्रतीक्षा में हैं ।

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