आज के इस कार्यक्रम में हम कोआथ, बिहार के प्रमोद कुमार केशरी, खरियार रोड, उड़ीसा के चीन मैत्री क्लब के अध्यक्ष श्री हेम सागर नाएक, मुजफ्फरपुर, बिहार के जसीम अहमद, शमीम अहमद, गुल्लाम नवी, कोआथ, बिहार के सुनील केशरी, डी डी साहिबा, संजय केशरी, बविता केशरी प्रियंका केशरी खुशबू केशरी, एस के जिंदादिल, धनवंतरी देबी, सिताराम केशरी, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के मोहम्मद शाहिद आजमी, मोहम्मद नौशाबा परवीन आजमी और मऊ, यू पी के राजेन्द्र यादव भारती, उषा देवी भारती,जीपाजंली के पत्र शामिल कर रहे हैं।
अब मुजफ्फरपुर, बिहार के जसीम अहमद, शमीम अहमद और गुल्लाम नवी का पत्र लें। उन्होंने कन्फ्यूशियस के जीवन के बारे में बताने और उनके उपदेशों से भी अवगत कराने की मांग की है।
कन्फ्यूशियस प्राचीन चीन के एक महान विचारक और शिक्षक थे और कन्फ्यूशियसवाद के संस्थापक भी।
उन का जन्म ईसा पूर्व 551 में या वसंत-शरत काल में पूर्वी चीन के लू राज्य में हुआ था। उन्होंने मानवता की विचारधारा पेश की।
कन्फ्यूशियस ने शिक्षक की हैसियत से 3000 शिष्यों को दीक्षा दी। बाद में इन में से 72 महापुरुष बने।
उन्होंने चओ राजवंश की शुरुआत से उसके बाद के 500 सालों में लिखी गईं 305 कविताओं का संग्रह कर एक काव्य सूत्र तैयार किया, प्राचीन तास ग्रंथों का संग्रह कर शांगशू नामक सूत्र रचा और इतिहास रचना छ्वनछु का संपादन किया। उन के शिष्यों ने उन के उद्धरणों के आधार पर लुनय्वी नामक सूत्र तैयार किया।
उन्होंने अनेक राज्यों का भ्रमण कर वहां संस्कृति का प्रचार किया। उन्होंने क्फ्यूशियसवाद की स्थापना की। बाद में यह विचारधारा चीनी राष्ट्र की संस्कृति की प्रमुख धारा बनी। यह विचारधारा आज भी बड़ी प्रभावशाली है।
कोआथ, बिहार के सुनील केशरी, डी डी साहिबा, संजय केशरी, बविता केशरी प्रियंका केशरी खुशबू केशरी, एस के जिंदादिल, धनवंतरी देबी, सिताराम केशरी, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के मोहम्मद शाहिद आजमी मोहम्मद नौशाबा परवीन आजमी और मऊ, यू पी के राजेन्द्र यादव भारती, उषा देवी भारती,जीपाजंली ने जानना चाहा है कि चीन के प्रशासनिक क्षेत्र कुल कितनी श्रेणियों में बंटे हैं और चीन की प्रशासनिक व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताने की मांग की है।
चीन का पूरा नाम चीन लोक गणराज्य है। इस की स्थापना 1 अक्टूबर,1949 को हुई। चीन का कुल क्षेत्रफल 96 लाख वर्ग किलोमीटर से अधिक है, जो विश्व में रूस और कनाडा के बाद तीसरे स्थान पर है। चीन में प्रशासनिक क्षेत्र चार श्रेणियों में बंटे हैं। पहली श्रेणी में प्रांत, स्वायत प्रदेश और केन्द्र शासित शहर शामिल हैं, दूसरी श्रेणी में प्रिफेक्चर, मंग, स्वायत प्रिफेक्चर और शहर आते हैं, तीसरी श्रेणी में जिला, स्वायत्त जिला, छी, स्वायत्त छी, और जिला स्तरीय शहर शामिल हैं तो चौथी श्रेणी में टाउनशिप, अल्पसंख्यक जातीय स्वायत्त टाउन और कस्बे आते हैं।
दूसरी श्रेणी के प्रशासनिक क्षेत्रों के मंग भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में ही रखे गये हैं, जो प्रिफेक्चर के बराबर हैं और तीसरी श्रेणी के क्षेत्रों के छी भी भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में ही मिलते हैं और जिले के बराबर हैं।
चीन में पहली श्रेणी के कुल 34 प्रशासनिक क्षेत्र हैं, जिन में 23 प्रांत, 5 स्वायत्त प्रदेश और चार केन्द्र शासित शहर और दो विशेष प्रशासनिक क्षेत्र शामिल हैं। शहरों, स्वायत्त प्रिफेक्चरों और मंगों की कुल संख्या 670 है। जिले के स्तर के प्रशासनिक क्षेत्र 2868 हैं, जिन में तीन द्वीपसमूह भी शामिल हैं।
अंत में हम कोआथ, बिहार के सुनील केशरी, डी डी साहिबा, संजय केशरी और प्रियंका केशरी का पत्र ले रहे हैं। उन्होंने अपने पत्र में पूछा है कि चीन में हिंदी बेवसाइट कब शुरू हुई और इस की स्थापना किस दिन हुई।
दिसंबर 1999 में सी आर आई की वेबसाइट सेवा शुरू हुई। 28 दिसंबर 2003 को सी आर आई की 43 भाषाओं की सेवाओं ने अपनी-अपनी वेबसाइट शुरू कीं। इस तरह आप वेबसाइट पर जब चाहें हिंदी भाषा के प्रोग्राम भी सुन सकते हैं। यह चीन की एकमात्र हिंदी वेबसाइट है। इस के अलावा आप सी आर आई की वेबसाइट पर नेपाली, बंगाली, उर्दू, तमिल जैसी भाषाओं के प्रोग्राम भी देख- सुन सकते हैं।

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