चीन से संपर्क में विफल होने की दलील तथ्य से मेल नहीं खाती है
अमेरिकी हार्वर्ड विश्वविद्यालय के सेवानिवृत माननीय प्रोफेसर, मशहूर अमेरिकी एशियाई मामले के विशेषज्ञ एजरा फेइवेल वोगल ने हाल में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका में कुछ लोगों द्वारा पेश की गयी चीन से संपर्क में विफल होने की दलील तथ्य से मेल नहीं खाती है। अमेरिका और चीन को वार्तालाप के जरिए द्विपक्षीय संबंधों में मौजूद समस्याओं का समाधान करने को महत्व देना चाहिए। साथ ही दोनों को कोविड-19 का मुकाबला करने और वैश्विक वातावरण प्रशासन आदि क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करना चाहिए।
हाल में कुछ अमेरिकी राजनेताओं ने कहा कि चीन के खिलाफ मुकाबला करना वाशिंग्टन की सहमति है। इसकी चर्चा में एजरा फेइवेल वोगल ने अलग विचार पेश किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की विभिन्न अनुसंधान संस्थाओं यहां तक अमेरिकी सरकार के अंदर अनेक लोग हालिया उग्रवादी विचारों को मंजूरी नहीं देते हैं। गत वर्ष के जुलाई माह में सौ से अधिक अमेरिकी भूतपूर्व राजनीतिज्ञों और विद्वानों ने वाशिंग्टन पोस्ट पर चीन शत्रुता नहीं है नामक खुला पत्र जारी किया औऱ जोर दिया कि चीन को शत्रु मानने और चीन से संपर्क को बंद करने की कार्यवाई अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के साथ विश्व के विभिन्न देशों के अर्थतंत्र के हितों को भी क्षति पहुंचा सकेगी।
एजरा फेइवेल वोगल ने कहा कि हाल में बड़े पैमाने वाले चीनी छात्र अमेरिका में पढ़ रहे हैं। दोनों देशों के उद्यमों के बीच भी गहरा संबंध है। दोनों देशों के बीच संपर्क बहुत घनिष्ट है, जिसे आसानी से अलग नहीं किया जा सकता है। उनकी नजर में भविष्य में अमेरिका और चीन को सहयोग आगे बढ़ाना चाहिए।
(श्याओयांग)