कोविड-19 महामारी से नव-उदारवाद की क्रूरता प्रदर्शित
श्रीलंका की कम्युनिस्ट पार्टी के नवनियुक्त महासचिव वेरा सिन्हा ने 1 सितंबर को सिन्हुआ न्यूज एजेंसी से विशेष साक्षात्कार में कहा कि कोविड-19 महामारी ने नव-उदारवादी आर्थिक नीतियों की क्रूरता को प्रदर्शित किया है।
वेरा सिन्हा ने कहा कि इन देशों में कोविड-19 महामारी से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है, जो नव-उदारवाद को बढ़ावा देते हैं। नव-उदारवाद ने स्वास्थ्य देखभाल उद्योग को एक लाभदायक उद्योग में बदल दिया, जो अब एक सेवा नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि अपनी मजबूत सार्वजनिक चिकित्सा प्रणालियों पर आधारित चीन, क्यूबा और श्रीलंका जैसे देशों में कोविड-19 महामारी की रोकथाम की जा सकती है। लेकिन कुछ अमीर देशों ने निजी क्षेत्रों में अरबों डॉलर का सरकारी धन खर्च कर बोझ को मजदूर वर्ग के ऊपर डाल दिया।
वेरा सिन्हा ने कहा कि श्रीलंका की कम्युनिस्ट पार्टी और अधिक सदस्यों की भर्ती करने के लिए एक नयी योजना शुरू करेगी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ भ्रातृभाव स्थापित करने में सक्रिय भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि चीन का विकास उत्साहजनक है। चीन गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने वाला है। यह सभी मानव जाति के लिए एक उपलब्धि होगी। एक मजबूत चीन अंतर्राष्ट्रीय कम्युनिस्ट आंदोलन पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
(मीनू)