दक्षिण एशिया में बाढ़ से 550 लोग मारे गए, मानवीय संकट गहराया
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसायटीज़ ने 22 जुलाई को एक बयान जारी कर कहा कि दक्षिण एशिया में बाढ़ की वजह से 550 लोगों की मौत हुई और 96 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जिससे स्थानीय मानवीय संकट बढ़ रहा है।
इंटरनेशनल फेडरेशन के महासचिव जगन चपगाईं ने कहा कि इस बार दक्षिण एशिया की बाढ़ हाल के वर्षों में सबसे गंभीर रही है। बांग्लादेश, भारत और नेपाल में बाढ़ से 550 लोग मारे गए हैं। 96 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और उनके घर और फसलें नष्ट हुई हैं। महासचिव ने जोर देकर कहा कि दक्षिण एशिया हर साल मानसून की बाढ़ से प्रभावित होता है, लेकिन इस साल कोविड-19 महामारी से भी प्रभावित हो रहा है। भारत, बांग्लादेश और नेपाल के नागरिक बाढ़, महामारी और आर्थिक और सामाजिक संकटों से ग्रस्त रहे हैं। बाढ़ के कारण फसलें नष्ट हो गईं और कोविड-19 महामारी से प्रभावित दस लाखों लोग गरीबी का सामना करेंगे।
दक्षिण एशिया में मानसून हर साल जून से सितंबर तक आता है, इस दौरान बार-बार तेज आंधी, मेघ गर्जन और वज्रपात होता है।
(आलिया)