पिछले 25 सालों से चाइना रेडियो इंटरनेशनल से जुडे हुए के कारण चीन की खूबसूरती ,वहां का जन जीवन ,सामाजिक ,आर्थिक ढांचे की तस्वीर मेरे दिलों दिमाग में रचीबसी थी ।पेइचिंग पहुंचने के बाद मेरा यह सपना सच हो गया ।यहां आकर ठंडी हवा की झोंके ने मेरा स्वागत किया । यहां का दृश्य देखकर मैं काफी चकित हो गया । साफ सुथरी सडकें और ट्रेफिक नियमों का सख्त पालन करते नागरिकों को देखकर प्रसन्नता की अनुभूति हुई ।पांचवीं रिंग रोड से होते हुए जब हम होटल जा रहे हैं ,मैं ने कई ऊंची ऊंची इमारतें ,हरे भरे पहाडों के मनभावन दृश्यों को देखा ।मुझे महसूस हुआ कि पेइचिंग न केवल एक प्राकृतिक शहर है ,बल्कि इस में आधुनिकता भी बसी हुई है ।
रात में हिंदी विभाग के कर्मचारियों के साथ मेरे सम्मान में दिये गये एक भोज में जो एक भारतीय रेस्तरां में आयोजित किया गया था ,उस में शामिल हुआ ।अपने प्रिय कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ताओं के साथ स्वयं को पाकर दिल खुशी से झूम उठा ।हम सभी ने मिलकर स्वादिष्ट भारतीय पकवानों का आनंद लिया ।सचमुच मुझे यकीन नहीं था कि पेइचिंग जैसे शहर में इतना भारतीय भोजन भी मिल सकता है ।मुझे खाना पसंद है ,जो मुझे यहां खाने को मिली ,इस के अलावा ,खाने के बाद मीठी खीर हम सब ने मिलकर खायी ।निसंदेह यह यात्रा का पहला दिन मेरे लिए बेहद यादगार रही ।