इस गतिविधि का प्रमुख विषय जन्मसिद्ध हृदय-रोग के मामलों का पता लगाना है। ऐसा पहली बार है कि इस तिब्बती जिले में उस की स्थापना के बाद के 60 वर्षों में जन्मसिद्ध हृदय-रोग के मामलों का पता लगाया जा रहा है। गतिविधि के दौरान स्वयंसेवक मेडिकल दल के सदस्य स्थानीय मरीजों का उपचार करने के साथ-साथ उन्हें हृदय-रोग, स्नायु-रोग, अस्थि-रोग, बाल-रोग, शारीरिक स्त्राव-रोग, सांस-रोग और महिला-रोग के बारे में परामर्श भी दे रहे हैं।
इस गतिविधि के तहत स्वयंसेवक चिकित्सक जिले के दूरस्थ क्षेत्र भी जाएंगे।