चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के प्रतिनिधि, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष पाइमाछीलिन ने 7 मार्च को पेइचिंग में कहा कि तिब्बत की वर्तमान स्थिति स्थिर है और विभिन्न जातियों के लोग सुख-चैन से रहते हैं। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जातीय एकता तिब्बत की विभिन्न जातियों के लोगों की जीवन रेखा है। तिब्बती लोगों को स्थिर व ख़ुशहाल जीवन बिताने की बड़ी इच्छा है और उन्हें भारी मेहनत से प्राप्त खुशहाली की रक्षा करने की जरूरत है।
पाइमाछीलिन ने कहा था कि वर्ष 2011 तिब्बत चीनी व तिब्बती विशेषता वाले विकास के रास्ते पर चलता रहता था। तिब्बत के आर्थिक व सामाजिक विकास में नयी उपलब्धियां हासिल हो गयीं। साथ ही तिब्बत ने जन-जीवन में सुधार करने की कोशिश भी की।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय सरकार ने तिब्बत के लिए सिलसिलेवार विशेष उदार नीतियां बनायीं। गत वर्ष में तिब्बत में 362 सहायता परियोजनाओं का कार्यान्वयन किया गया। तिब्बत को 2.4 अरब युआन की सहायता धनराशि प्राप्त हो गयी।
वर्तमान तिब्बत में ल्हासा, शिकाज़े,लोका, लिनची, छांगतु, नाछ्यु, आली आदि छह प्रिफेक्चर होते हैं। 2010 के अंत तक वहां की स्थायी आबादी 30 लाख से ज्यादा पहुंची, जिसमें तिब्बती व अन्य अल्पसंख्यक जातियों के लोगों की संख्या 91 प्रतिशत से ज्यादा है। (मीनू)