रविवार को भारत और इंग्लैंड के बीच हुए विश्व कप के 11 वें मैच में बैंगलुर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में दर्शकों को एक अलग ही क्रिकेट देखने को मिला। रोमांच से भरपूर यह मैच अंत में टाई में खत्म हुआ।
भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम की अगुवाई करने उतरे सहवाग और सचिन ने टीम को अच्छी शुरूआत दी। भारत का पहला विकेट सहवाग के रूप में 46 रन पर गिरा लेकिन सचिन ने अपने बल्लेबाजी के करिश्मे दिखाने शुरू किए और टीम को बेहतर स्थिति में पहुँचाया।
इंग्लैंड की टीम ने जबावी हमले में भारतीय गेंदबाजों को खासा परेशान किया। इंग्लैंड का पहला विकेट 68 पर गिरा लेकिन रन बनाने की गति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। एक समय तो इंग्लैंड का स्कोर 2 विकेट पर 280 रन था। दोनों टीम मैच में अपना दबदबा बनाने के लिए काफी संघर्ष कर रहे थे। इंग्लैंड की तरफ से स्ट्रॉस ने 158 रनों की शानदार पारी खेली।
भारतीय पारी
भारत के सलामी बल्लेबाज सहवाग और सचिन ने पारी की शुरूआत करते हुए पहले विकेट के लिए 46 रनों की साझेदारी की। सहवाग 35 के स्कोर पर ब्रेसनन की गेंद को कट करने के चक्कर में विकेटकीपर के हाथों लपक लिए गए। उसके बाद गौतम गंभीर ने सचिन का साथ देते हुए दूसरे विकेट के लिए 134 रनों की साझेदारी किया। फिर गंभीर भी स्वान के गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन ने बड़े संयम के साथ टीम को शानदार 115 गेंदों में 10 चौके और 5 छक्के की मदद से 120 रनों का योगदान दिया साथ हि अपना 47 वां शतक भी पूरा किया। उसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए युवराज सिंह ने भी 50 गेंदो में 58 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। भारत ने इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 338 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।
इंग्लैंड की पारी
भारत के 338 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड के ओपनर पीटरसन और स्ट्रॉस ने टीम को अच्छा शुरूआत दिया। इंग्लैंड को पहला झटका पीटरसन के रूप में लगा। पीटरसन 31 रन बनाकर पैवेलियन लौटे । विकेट के दूसरे छोड़ पर खड़े स्ट्रॉस ने टीम को कभी भी विपक्षी टीम के दबाव में नहीं आने दिया। स्ट्रॉस ने अपनी अतिशबाजी बल्लेबाजी से भारतीय गेंदबाजों को खूब परेशान किया। स्ट्रॉस 158 के निजी स्कोर पर जहीर खान के द्वारा पगबाधा आउट करार दिए गए और इस तरह से इंग्लैंड की टीम को एक बड़ा झटका लगा। स्ट्रॉस ने 145 गेंदो में 18 चौकों और 1 छक्का की मदद से 158 रन बनाए।
रोमांचक स्थिति
42 ओवर खत्म हो गए थे और इंग्लैंड ने सिर्फ दो विकेट के नुकसान पर 281 रन बना लिए थे। इसके बाद जहीर ने 43वें ओवर की लगातार दो गेंदों पर बेल और स्ट्रॉस को पैविलियन भेजकर मैच का रुख भारत की तरफ कर दिया। इंग्लैंड की टीम खासी दबाव में दिखने लगी। लेकिन फिर भी इंग्लैंड के टीम ने हार नहीं मानी। इंग्लैंड को अंतिम 2 ओवरों में जीत के लिए 29 रनों की जरूरत थी। 49वें ओवर में पीयूष चावला को गेंदबाजी सौंपा गया। इस ओवर में इंग्लैंड के स्वान और ब्रेसनैन ने एक-एक छक्के लगाएं और कुल 15 रन बनाए। इंग्लैंड को फिर से लगने लगा कि मैच उनके हाथ में है। अंतिम ओवर में जीत के लिए 14 रन बनाने थे। इस ओवर में इंग्लैंड ने 13 बनाकर मैच टाई करवा लिया।
इस तरह मैच टाई के रूप में खत्म हुआ। भारत और इंग्लैंड दोनो टीमों ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक अच्छी क्रिकेट खेलकर लोगों का दिल जीत लिया।