गत जुलाई माह की 27 तारीख को क्रोशिया के विश्वविद्यालय के छात्र समर कैंप के लिए शांगहाई विश्व मेले में पहुँचे। पूरे क्रोशिया के 6 विश्वविद्यालयों के 11 प्रतिभाशाली छात्रों को इस सुंदर और भव्य मेले का भ्रमण करने का मौका मिला है। छात्रों ने कहाः
मेरा अनुमान था कि यह विश्व मेला परिसर काफी बड़ा होगा, लेकिन अपनी आंखों से देखने पर पता चला है कि यह मेरे अनुमान से भी काफी बड़ा है। मेले के पैवेलियन को देखकर बहुत आश्चर्य हुआ है साथ ही यहाँ की सभी चीजें लोगों को अपने में खो जाने देने वाली हैं।
लुका स्लीबार जो क्रोशिया के जगरेब शहर से आया है, उन्हें विश्व मेला देखने के बाद हैरान हुए बिना नहीं रह सकता। शांगहाई विश्व मेले में शामिल भवनों की विशालता और पैवेलियन की अनोखी संरचनाओं को देखकर सभी छात्र आश्चर्यचकित हो गए। विश्व मेले परिसर में, इन लोगों ने उत्साहपूर्वक न केवल अपने देश का पैवेलियन देखा, बल्कि चीन, सऊदी अरब, अफ्रीका संयुक्त भवन, अमेरिकी क्षेत्र में चिली आदि के पैवेलियनों का भी दर्शन किया, इसके साथ-साथ चीनी मार्शल आर्ट की प्रस्तुति का भी लुत्फ उठाया।
चीनी पैवेलियन के भ्रमण से पहले इन लोगों की चीन के बारे में जानकारी सीमित थी, लेकिन उसके बाद चीन के बारे में इन्हें अच्छी तरह से जानकारी मिली। रिजेका से आए सैंड्रो एरसेज को पैवेलियन में दिखायी गयी फिल्म--- रास्ता देखने का भी मौका मिला और बहुत पसंद भी आया। इस फिल्म में चीन के विकास की कहानी देखकर वह भावविभोर हो उठा। जगरेब विश्वविद्यालय के छात्र सरगेज वूकोब्रेटोविक भी चीन की प्रदर्शनी में आने वाले समय के जीवन पर दिए गए विचार से काफी सहमत हैं। जैसा कि, भौतिक बंधन से मुक्त होकर प्रकृति में लौटने, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य आदि की परिकल्पना से ही भविष्य का जीवन अभिव्यक्त हुआ है। जगरेब विश्वविद्यालय की छात्रा एवा ने चीन के पैवेलियन में चीनी लोगों के विकास के रास्ते जिसने चीन को आज की उपलब्धियां दिलायीं है, से काफी प्रभावित हुई है।
क्रोशियाई छात्रों की इस गतिविधि का आयोजन क्रोशिया के राष्ट्रपति के कार्यालय द्वारा किया गया है। चीन के शनचन की हुआवेई कंपनी ने इसका पूरा खर्च उठाया है। इस समर कैंप के उद्देश्य के बारे में इस गतिविधि के प्रतिनिधि और राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता आनकिका मारिनोविक ने बताया कि, चीन और युरोप की संस्कृतियों में काफी विभिन्नता है। इस तरह की गतिविधि के आयोजन ने क्रोशिया के प्रतिभाशाली छात्रों को चीन को समझने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है। साथही बहुत से लोगों की गलत अवधारणाओं को मिटाने में भी सहायता की है और दोनों देशों के बीच दोस्ती को और गहरा करने का भी काम किया है। उन्होंने कहाः
एक विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र के रूप में मैंने अपनी आँखों से हुआवेई कंपनी और चीनी दोस्तों की मेहमाननवाजी की भावना देखी है और मैं आशा करता हूँ कि, वे लोग अपने इस सुंदर अनुभव से अपनी मीडिया के जरिए दोस्ताना संबंध बढ़ाने में मदद करेंगे।
शांगहाई विश्व मेले के युरोपियन युनियन पैवेलियन ने गत महीने की 27 तारीख को इंडिगो प्रोजेक्ट कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में चीन के सछ्वान, हूनान, क्वीचोउ प्रांतों की अल्पसंख्यक जातियों की महिलाओं ने दर्शकों के सामने हस्तकला का प्रदर्शन किया।
सूत्रों के अनुसार इस साल के जनवरी में शुरू यह कार्यक्रम तीन सालों तक चलेगा, जिसके तहत वर्तमान में युरोपियन युनियन की तरफ से चीन को सहायता प्रदान की जाएगी। इसमें इटली के कोस्पे संगठन, चीनी सामाजिक कार्य संस्था, हूनान गरीबी उन्मूलन संस्था और मियाओ जातीय संस्कृति संस्था ने संयुक्त रूप से भाग लिया है। कार्यक्रम स्थल पर चीन में स्थित युरोपियन युनियन के मंत्री जोहान कोवेनबर्ग ने कहा कि, इंडिगो प्रोजेक्ट कार्यक्रम ने चीन और युरोपिय युनियन के बीच संयुक्त राष्ट्र संघ के सहस्राब्दी लक्ष्य पाने के साझे प्रयास का प्रमाण पेश किया है, साथही, आधुनिक समाज में आर्थिक मदद के जरिए पारंपरिक संस्कृति की रक्षा करने की आदर्श मिसाल खड़ी कर दी है। वर्तमान में, इंडिगो प्रोजेक्ट ने कक्षा, ट्रेनिंग, विचार विनिमय के माध्यम से सछ्वान, हूनान और क्वीचोउ तीन प्रांतों में छियांग, थू और मियाओ जातियों की महिलाओं को रोजगार का नया अवसर प्रदान किया है और लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का काम किया है।