वसंत त्यौहार का महत्व चीन की 56 जातियों के लिए एक समान है। चीन की हांन के अलावा, अनेक दूसरी अल्पसंख्यक जातियां अपने अपने दंग से इस परम्परागत त्यौहार को मनाती हैं।
ली जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिणी चीन के हान नान प्रांत में फैली है): नव वर्ष की पूर्व संध्या पर, ली जाति के लोग एक साथ मिलकर बैठे हुए शराब पीते हैं और स्वादिष्ट खाना खाते हैं। इस दौरान, गीत गाना जरुरी है। नव वर्ष का पहला और दूसरा दिन, लोग सामूहिक रुप से जीव जन्तुओं का शिकार करते हैं। और शिकार को आपस में बराबर-बराबर बांट लेते हैं।
ई जाति(मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के सी छ्वेन प्रांत में फैली है) : वसंत त्यौहार को मनाने के लिए ई जाति के लोग एक साथ मिलकर आशीथ्याओव्ये नृत्य करते हैं। कुछ गांवों में नव वर्ष के पहले दिन महिलाएं छुट्टी ले सकती हैं , जबकि पुरुष घर के काम करते हैं।
म्याओ जाति( मुख्यतः चीन के हू नान और क्वे च्यो आदि प्रांतों में फैली है) : म्याओ जाति में वसंत त्यौहार को खच्यान्येन कहा जाता है। म्याओ जाति के हर परिवार में सुअर व बकरे को मारकर नये वर्ष की शुभकामनाएं दी जाती हैं। इस के अलावा, म्याओ जाति ख्येई छ्वन ग नामक गीत भी गाती है, जिस का अर्थ वसंत की प्रतिक्षा करना और वसंत की याद करना है।
मेन जाति(जोकि मुख्यतः उत्तर पूर्वी चीन के हे लुंग च्यांग, जी लिन और ल्याओ नीन तीन प्रांतों तथा पेइचिंग और ह बेई में फैली है) : मेन जाति के लोग दो बार वसंत त्यौहार मनाते हैं, एक बार नव वर्ष की पूर्व संध्या पर और दूसरी बार के पहले नव वर्ष दिन। वसंत त्यौहार से पहले मेन जाति के लोग घोड़ों या ऊंटों की दौड़ आदि की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करते हैं।
तोंग जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वेई च्यो प्रांत में फैलती है) : नव वर्ष का पहला दिन तुंग जाति के लोग मछली के तालाब से कई ताज़ी मछलियों को पकड़कर खाते हैं। इस का मतलब यह है कि नये साल में वे लोग खुशी में रहेंगे औऱ समृद्ध होंगे। ( चूंकि चीनी शब्द में स्मृद्धि और मछली के शब्दों का उच्चारण एक ही है।)
च्वांग जाति( जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वांग शी च्वांग स्वायत प्रदेश में फैली है) :च्वांग जाति के लोग नव वर्ष की पूर्व संध्या में नव वर्ष के पहले दिन विशेष खाना पकाते हैं, जिस का यह अर्थ है कि अगले वर्ष भरी पूरी फसल होगी।
छांग जाति( मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के सी छ्वेन प्रांत में फैलती है) : वसंत त्यौहार के दौरान, छांग जाति का हर एक परिवार में गाय और बकरे आदि के मांस से पूर्वजों की पूजा करते हैं। इस के अलावा, नव वर्ष की पूर्व संध्या में लोग शराब के बर्तन को घेरकर बैठ जाते हैं, और वे लोग एक वृद्ध के नेतृत्व में एक एक करके एक मीटर लम्बे वाले पयाल से बर्तन में शराब पीते हैं।
श्वेई जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वेई च्यो प्रांत में फैली है): वसंत त्यौहार के दौरान, श्वेई जाति के बच्चे घर घर जाकर बड़े लोगों से मिठाई देने का अनुरोध करते हैं। ऐसा माना जाता है कि अधिक से अधिक मिठाई प्राप्त करने वाले बच्चे भविष्य में बुद्धिमान व स्वस्थ बनेंगे।
बेई जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के व्यन नान प्रांत में फैली है): नव वर्ष के पहले दिन का नाश्ता बेई जाति के लोग मीठे पानी में चावल डालकर खाते हैं, जिस का अर्थ है कि नये साल में उन के जीवन में मिठाई की ही तरह खुशी घुली रहेगी।
कोरियाई जाति(जोकि मुख्यतः उत्तर पूर्वी चीन के जी लिन प्रांत में फैली है): कोरियाई जाति के रीति रिवाज़ों के अनुसार, हर परिवार में छ्वन ल्येन नामक चित्र चिपकाये जाते हैं, और सब लोग बा पाओ नामक खाना खाते हैं। नव वर्ष के पहले दिन की सुबह लोग सुन्दर वेशभूषा में वृद्धों को नव वर्ष की बधाई देते हैं।
मंगोलियाई जाति(जोकि मुख्यतः उत्तर पश्चिमी चीन के भीतरी मंगोलिया में फैली है): नव वर्ष के पहले दिन की सुबह, विभिन्न रंगों की वेशभूषा में भीतरी मंगोलिया के युवक घोड़े चलाकर विभिन्न रिश्तेदारों के घर जाकर वृद्धों को नव वर्ष की शुभकामना देते हैं। इस के अलावा, मंगोलियाई जाति के लोग थ्याओ शन मेले का आयोजन भी करते हैं, जिस पर लोग नृत्य गान करते नव वर्ष का आगमण करते हैं।
हानि जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के व्यन नान प्रांत में फैली है): हानि जाति के युवक वसंत त्यौहार के दौरान एक साथ मिलकर शराब पीते हैं, गीत गाते हैं, नृत्य करते हैं और अपने-अपने प्रेमी को चुनते हैं।
नाशी जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के व्यन नान प्रांत में फैली है): नव वर्ष का पहले दिन, नाशी जाति के लोग 13 वर्ष की उम्र वाले लड़कों व लड़कियों के लिए प्रौढ़ता की रस्म का आयोजन करते हैं।
फू मी जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के व्यन नान और सी छ्वेन प्रांत में फैली है):नव वर्ष के पहले दिन की सुबह, फू मी जाति के लोग पटाखे चलाना जलाना शुरु करते हैं और हाई ल्वो बजाकर बधाई देते हैं।
बू ई जाति(जोकि मुख्यतः दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वेई च्यो प्रांत में फैली है): वसंत त्यौहार के दौरान, बू ई जाति के युवक सुन्दर सुन्दर वेशभूषा में एक दूसरे को बधाई देते हैं, एक साथ यात्रा करते हैं, नृत्य गान करते हैं और बहुत देर तक घर वापस लौटते हैं।
अ रन छ्वन जाति(जोकि मुख्यतः उत्तर पूर्व चीन के हेई लुंग च्यांह प्रांत में फैली है): नव वर्ष के पहले दिन की सुबह, अ रन छ्वन जाति के युवक सर्वप्रथम घर के बड़े लोगों को शराब पिलाते हैं और उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। इस के बाद, युवक एक दूसरे को शराब पिलाते हैं और बधाई देते हैं। इस के बाद, युवक लोग घोड़े दौड़ाने और तीर चलाने की प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं।
दावोर जाति(जोकि मुख्यतः उत्तर पूर्व चीन के हेई लुंग च्यांह प्रांत में फैली है): नव वर्ष की सुबह, जावोर जाति के युवक दोनों हाथों में मिट्टी भरकर एक दूसरे के मुख पर लगाते हैं। वे मानते हैं कि ऐसा करने से दावोर जाति के लोग समृद्धि व सुख हासिल कर सकेंगे।