जापानी फुकुशिमा दायची परमाणु संयंत्र में हुई परमाणु घटना से चीन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चीनी राजकीय परमाणु घटना आपात समन्वय समिति ने 28 मार्च को अधिकारिक तौर पर घोषणा की कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार जापानी फुकुशिमा दायची परमाणु संयंत्र घटना की स्थिति स्थिर हो रही है। आसपास के पर्यावरण में रेडिएशन का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। उत्तर-पूर्व चीन के हेलुंगच्यांग प्रांत की हवा में विकिरण आयोडीन-131 का पता चला है। इस के बाद चीन के कुछ दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्रों की हवा में भी बहुत कम मात्रा में विकिरण का पता चला है। विशेषज्ञों ने उसे जापानी परमाणु घटना में हुए परमाणु रिसाव का परिणाम बताया है। लेकिन रेडिएशन का स्थानीय लोगों पर प्रभावित मात्रा प्राकृतिक पृष्ठभूमि विकिरण की मात्रा के एक बटा लाख है। इससे पर्यावरण व लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित नहीं होगा। लोगों को कोई सुरक्षात्मक कदम उठाने की जरूरत नहीं है।
विश्व मौसम संगठन, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पेइचिंग पर्यावरण आपात केंद्र, राजकीय समुद्र ब्यूरो, पर्यावरण संरक्षण मंत्रालय(राजकीय परमाणु सुरक्षा ब्यूरो) की जांचों के परिणामों में बताया गया है कि अभी तक जापानी फुकुशिमा दायची परमाणु संयंत्र घटना से चीन के पर्यावरण और स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर प्रभाव नहीं पड़ा। (मीनू)