जापान की टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने 22 तारीख को जानकारी दी कि फुकुशिमा दायची परमाणु संयंत्र के नजदीक समुद्री जल की नमूने-जांच से पता चला है कि जल में रेडियोआयोडिन—131 को राष्ट्रीय मानक से 126.7 गुना और रेडियोसेसियम—134 को राष्ट्रीय मानक से 24.8 गुना अधिक पाया गया।लेकिन अब भी उस का इंसान की सेहत पर प्रभाव नहीं पड़ा है।
टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि अगर इंसान हर रोज इस तरह के समुद्री जल का सेवन करता है,तो एक साल में वह जितने परमाणु विकिरण से प्रभावित होगा,उस की मात्रा सिर्फ 1000 माइक्रो सिएवर्ट है।मतलब है कि वह सुरक्षित है और इंसान को हानि नहीं पहुंचाता है।