इटालवी पर्यटक गाबोलेरा ने अपना चीनी नाम थांग युन रखा , क्योंकि उसे चीन के थांग राजवंश काल की कविताओं से लगाव ही नहीं , बल्कि चीन की नद नदियों और पहाड़ों से अत्यंत प्रेम है , इसलिये वह चीन के अधिकतर छोटे बड़े शहरों के दौरे पर जा चुकी है , जिन में छंगतू , ल्हासा और शिआन ये तीनों शहर सब से पसंदीदा शहर ही हैं ।
छंतू शहर के दौरे की चर्चा में उस ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि छंतू शहर सचमुच आराम विश्राम शहर कहलाने लायक है , चाय घर छंगतू वासियों के जीवन में एक अभिन्न भाग बन गये हैं ।
ल्हासा के तेज विकास और नव निर्मित लम्बी चौड़ी सड़कों से एकदम प्रभावित हुई है । उस का मानना है कि ल्हासा शहर का विकास चीन के किसी भी भीतरी शहरों से अलग है , यहां पर गाढ़ी तिब्बती सांस्कृतिक विशेषता बनी हुई है।
गाबोलेरा के विचार में शिआन शहर एक प्राकृतिक ऐतिहासिक म्युजियम कहलाया जा सकता है ।