वानुअतु गणतंत्र दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित होने के साथ-साथ 80 से ज्यादा द्वीपों से बना हुआ है। चीनी प्रधानमंत्री वन च्या पाओ के निमंत्रण पर वानुअतु प्रधानमंत्री एडवर्ड निपाके नाटापेइ ने इस साल अप्रेल में चीन की राजकीय यात्रा की। उन्होंने पेइचिंग, छांगशा, फ़ोशान, क्वांगचो व शनचन पांच शहरों का दौरा किया। नाटापेइ ने कहा कि चीन में शहरी निर्माण के तेज़ विकास ने उनको काफी प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा कि चीन के शहरों की अपनी अपनी विशेषताएं हैं। लेकिन उनकी एक समान विशेषता है तेज विकास, खास तौर पर दक्षिण चीन का शनचन शहर। वह एक छोटे से मछुवारे गांव से चीन में सबसे तेज आर्थिक विकास वाले क्षेत्रों में एक बन गया है। मुझे विश्वास है कि अगर वानुअतु शनचन से कुछ अनुभव सीखे, तो वह भी तेजी से विकसित होगा।
नाटापेइ ने कहा कि चीन यात्रा के बाद उन्होंने शनचन के अनुभव से सीखने पर विचार किया। इसलिये वानुअतु ने कुछ द्वीपों को चुनकर चीनी उद्यमियों के साथ पूंजी-निवेश की चर्चा शुरू की। इसके अलावा शनचन शहर की ह्वावेइ तकनीकी लिमिटेड कंपनी वानुअतु को सरकारी संचालन की लागत को कम करने के लिये ई-प्रशासन के निर्माण में मदद दे रही है।
नाटापेइ ने उम्मीद जताई कि भविष्य में ज्यादा से ज्यादा चीनी उद्यम वानुअतु में निरीक्षण दौरा कर पूंजी-निवेश का मौका ढूंढ़ सकेंगे। उन्हें विश्वास है कि आगामी दस वर्षों में चीन के शहरी निर्माण से हासिल अनुभवों से सीखने और विदेशी पूंजी आकर्षित करने से वानुअतु का अर्थतंत्र विकसित होगा, और वह प्रशांत महासागर के द्वीपीय देशों में सबसे तेज विकसित होने वाले देशों में से एक बन सकेगा।(चंद्रिमा)