छिंगहाए प्रांत के युशु में आए भूकंप में मारे गये लोगों के प्रति गहरा शोक प्रकट करने के लिये चीनी राज्य परिषद ने फैसला करके 21 अप्रेल को राष्ट्रीय शोक मनाने की घोषणा की। उसी दिन, पूरे चीन व विदेश स्थित चीनी दूतावासों ने झंडे आधे झुकाए, और सभी सार्वजनिक मनोरंजन गतिविधियां भी स्थगित की गयीं। वर्ष 2008 में वन छ्वान में आये भूकंप के बाद चीन ने दूसरी बार प्राकृतिक विपत्ति में मारे गये लोगों के प्रति राष्ट्रीय शोक मनाने की घोषणा की है।
21 अप्रेल की सुबह पेइचिंग के थ्येन आन मन चॉक पर झंडा आधा झुकाया गया। सुबह दस बजे हू चिन थाओ, च्यांग ज मिंग, वू पांग क्वो, वन च्या पाओ व च्या छिंग लीन आदि पार्टी व देश के नेताओं ने पेइचिंग में सारे देश की जनता के साथ युशु के भूकंप में सभी मृतकों के प्रति तीन मिनट तक मौन रखकर शोक मनाया।
भूकंप ग्रस्त क्षेत्र युशु काऊंटी के चेकू कस्बे में विभिन्न जातियों व जगतों के हजारों लोगों ने कस्बा सरकार के आगे मैदान में इकट्ठे होकर भूकंप के मृतकों के प्रति शोक प्रकट किया। युशू के सब से बड़े तिब्बती बौद्ध धर्म के मंदिर चेकू मंदिर में प्रार्थना की गतिविधि चली। विभिन्न जातियों व विभिन्न उम्र वाले लोगों ने अपने-अपने तरीकों से शोक गतिविधियों में भाग लिया।
शांगहाई विश्व मेले में आज सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द किये गये। छिंगहाए भवन ने खास तौर पर शोक रस्म आयोजित की।
हांगकांग व मकाओ विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की सभी सरकारी संस्थाओं ने भी झंडे आधे झुकाए। विदेशों में स्थित चीनी दूतावासों व सरकारी संस्थाओं ने युशु भूकंप के मृतकों के प्रति शोक मनाने की गतिविधि आयोजित की। विदेश में रह रहे चीनियों तथा विदेशी मित्रों ने वहां जाकर शोक प्रकट किया। (चंद्रिमा)