2008-03-21 13:15:12

पेइचिंग ओलम्पियाड पृथ्वीव्यापी ज्ञान प्रतियोगिता

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है , श्रोता दोस्तो , आप जानते ही है कि अब पेइचिंग ओलम्पियाड के उद्घाटन से एक साल से कम समय बाकी है । मौजूदा ओलम्पियाड के तैयारी कार्य के प्रमुख विषयों में से एक पेइचिंग ओलम्पियाड स्टेडियमों का निर्माण जोरों पर है । आज के इस कार्यक्रम में हम आप को निर्माणधीन पेइचिंग ओलम्पियाड स्टेडियमों से अवगत कराने जा रहे हैं ।

पेइचिंग ओलम्पिक खेल समारोह में कुल 37 स्टेडियमों का निर्माण करना जरूरी है , जिन में 19 नवनिर्मित स्टेडियमों के अतिरिक्त और पुनः विस्तृत निर्मित 11 पुराने स्टेडियम व अन्य सात अस्थायी स्टेडियम शामिल हैं और इस पुरी परियोजना में कुल दो अरब 67 करोड़ अमरीकी डालर की पूंजी लगाने की आवश्यकता है । चीन सरकार और पेइचिंग नगर पालिका ओलम्पियाड स्टेडियमों के निर्माण पर अपना ध्यान बराबर केंद्रित कर सभी स्टेडियमों की डिजाइनों व निर्माणों की हरेक कड़ी पर वर्तमान विश्व के अव्वल दर्जे की देशी विदेशी टीमों का सहारा लेने में लगी हुई हैं । अनेक स्टेडियमों की डिजाइन धारणा नवीनतम ही नहीं , अत्यंत ऊंचे वैज्ञानिक व तकनालोजिकल स्तर की हैं और सौंदर्य विद्या के मूल्य के अनुरूप भी हैं । प्रमुख पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम यानी बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम और राष्ट्रीय स्वीमिंग पुल भवन यानी वाटर क्यूब जैसे महत्वपूर्ण स्टेडियमों की असाधारण डिजाइनों को भी खूब दाद मिल गयी है और वे ओलम्पिक भवनों के इतिहास में श्रेष्ठतम रचनाओं की हैसियत से विश्वविख्यात बन जायेंगे ।

पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम यानी बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम, जहां 2008 ओलम्पियाड का उद्घाटन व समापन समारोह आयोजित किया जायेगा , अपनी बाह्य आकृति बर्डस नेसट जान पड़ती है , अतः अब वह बर्डस नेसट के नाम से जाना जाने लगा है । उत्तरी पेइचिंग शहर स्थित ओलम्पिक पार्क में दिसम्बर 2003 के अंत में इस बर्डस नेसट नामक पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण शुरु हुआ था । अब इस शानदार बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम की बाह्य आकृति का निर्माण मूलतः पूरा हो गया है । इस निर्माणधीन परियोजना के वाइस जनरल इंजीनियर श्री ली च्यू लिन ने इस का परिचय देते हुए कहा कि आगे से निर्माता दर्शकों को हवा व वर्षा से बचने देने के लिये बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम के लौहे इस्पात वाले ढांचे पर पारदर्शी बाह्य कपड़ा पहना देंगे । इस पारदर्शी बाह्य कपड़े के व्यवसायिक नाम को सूक्ष्म आवरण कहा जाता है और वह शिशे या प्लास्टिक जैसी हाई टेक सामग्री रोशनीदार व हवादार ही नहीं , पानी व धून से बचा भी सकता है । इस समय विश्व में इसी प्रकार वाली भवन निर्माण सामग्री का प्रयोग बहुत कम देखने को मिलता है , पता चला है कि वर्तमान में केवल जर्मनी के म्युनिक में विश्व कप महा फूटबाँल स्टेडियम के निर्माण में इसी प्रकार की भवन निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है ।

असल में बड़ी संख्या में नवीनतम तकनीक व सामग्री और नये मापदंड का प्रयोग बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम के निर्माण की एक बड़ी विशेषता ही है । वाइस जनरल इंजीनियर ली ने इस के निर्माण में पड़ी मुश्किलों की चर्चा करते हुए कहा।

पहली है कि इस परियोजना की डिजाइन अलग ढंग की है और लौहा इस्पात व सूक्ष्म आवरण ढांचागत तकनीक बहुत नवीनतम है , साथ ही इन्हें निर्माण पर अमल में लाना और भी अत्यंत कठिन है , और तो और इसी संदर्भ में सीखने लायक परियोजना भी उपलब्ध नहीं है । दूसरी है कि यह अलग ढंग की विशेष डिजाइन मौजूदा प्रचलित डिजाइनों की नियमितताओं के परे पर भी है , इसलिये इस परियोजना की डिजाइन , निर्माण और जांच पड़ताल की प्रक्रियाओं में नियमित आधार उपलब्ध भी नहीं हैं ।

इसलिये बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम की निर्माण प्रक्रिया कठिन सवालों का समाधान करने की एक पूरी प्रक्रिया ही है । निर्माताओं ने बारंबार विज्ञान व तकनीक पर अनुसंधान करने और परियोजना के मापदंड की विशेष डिजाइन व नवीनीकरण के जरिये तमाम कठिनाइयों को दूर कर दिया है और आखिरकार डिजाइनिंग चित्र को लौहा इस्पात व कंकरेट ढांचे वाले स्टेडियम का रूप दिया है । यह भविष्यवाणी की जा सकती है कि 2008 पेइचिंग ओलम्पियाड का उद्घाटन होने के साथ साथ पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम यानी बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम खुद ही ध्यानाकर्षक केंद्र और पेइचिंग शहर में फिर एक नये प्रतीकात्मक निर्माण का रूप लेगा ।

योजनाबद्ध प्रस्ताव के अनुसार पेइचिंग ओलम्पियाड स्टेडियमों के निर्माण में खेलकूद , संस्कृति , प्रदर्शनी , वाणिज्य व्यापार , पर्यटन , कसरत और मनोरंजन के बीच क्षमताओं की अदला बदली करने और यातायात , दूर संचार व सुरक्षा संस्थानों को जोड़ने पर ध्यान देना जरूरी है , ताकि भविष्य में वाणिज्य के लिये यथासम्भव समन्वित गुजाइश व मुनाफा कमाने की अनुकूल स्थिति अदा की जा सके और बड़ी हद तक ओलम्पियाड स्टेडियमों के सामाजिक व आर्थिक लाभ बढाया जा सके ।

पेइचिंग ओलम्पियाड के बाद पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम यानी बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम पेइचिंग क्वो आन फूटबाँल क्लब का प्रमुख अखाड़ा बनेगा , साथ ही वह वाणिज्य , स्वास्थ्य और विश्राम के केंद्र की भूमिका भी निभायेगा । राष्ट्रीय स्टेडियम लिमिटेड कम्पनी के वाइस जनरल मेनेजर श्री चांग हंग ली ने इस का परिचय देते हुए कहा ।

2008 पेइचिंग ओलम्पियाड की समाप्ति के बाद हम क्रमशः पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम यानी बर्डस स्टेडियम में होटल और प्रतियोगिता जैसे वाणिज्य संस्थापनों का निर्माण भी कर देंगे ।

पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम यानी बर्डस नेसट ओलम्पिक स्टेडियम के बगल में राष्ट्रीय आग्वाटिक्स सेंटर यानी वाटर क्यूब खड़ा है । इस वाटर क्यूब में पेइचिंग ओलम्पियाड के दौरान तैराकी , गोताखोरी और वाटर पोलो जैसे इवेंटों की प्रतियोगिताएं की जायेंगी । वाटर क्यूब एक ऐसा मात्र ओलम्पियाड स्टेडियम ही है , जिस के निर्माण में पेइचिंग ओलम्पिक संयोजन कमेटी की ओर से अनुमोदन पाकर हांगकांग व मकाओ और थाईवान के देशबंधुओं तथा समुद्रपारीय चीनियों के चंदों का प्रयोग किया गया है , मायाकर रंगों से भरे नीले जलीय रंग का उस का बाह्य आकार प्रकार और अधिक आकर्षित है ।

राष्ट्रीय आग्वाटिक्स सेंटर यानी वाटर क्यूब की डिजाइन के शुरू में डिजाईनर इस केंद्र की क्षमता के अनुरुप बाह्य आकार प्रकार की डिजाइन करने की सोच में हैं । अंत में इसी विशेष प्रकार का स्वीमिंग केंद्र का रूप दिया गया है । वाटर क्यूब के चीनी डिजाईनर श्री वांग मिन ने इस की चर्चा में कहा ।

शूरू से ही हम एक बहुत सुंदर अभिलाषा लिये हुए हैं , फिर लम्बे अर्से के अथक प्रयासों के जरिये आखिरकार इसी प्रकार का रूप दिया गया है ।

डिजाइनों व निर्माण पर विशेष विशेषताओं व ओलम्पियाड के बाद उस के प्रयोग को ध्यान में रख कर पेइचिंग ओलम्पियाड स्टेडियमों के निर्माण में हरित ओलम्पियाड और वैज्ञानिक व तकनालोजिकल ओलम्पियाड की धारणाओं पर ज्यादा जोर दिया गया है , पेइचिंग ओलम्पियाड की सैलिंग बोट प्रतियोगिता संभालने वाला छिंगताओ ओलम्पियाड सैलिंग बोट केंद्र इसी धारणाओं का प्रतिनिधित्व ही है । छिंगताओ ओलम्पियाड सैलिंग बोट केंद्र छिंगताओ शहर के नये क्षेत्र स्थित है , उस का कुल क्षेत्रफल 45 हैक्टर विशाल है । इस केंद्र की हर जगह पर हरित ओलम्पियाड की धारणा महसूस की जा सकती है ।

छिंगताओ ओलम्पियाड सैलिंग बोट कमेटी के परियोजना व पर्यावरण संरक्षण विभाग के प्रधान श्री ली ची फंग ने कहा कि हरित पर्यावरण संरक्षण की वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग छिंगताओ ओलम्पियाड सैलिंग बोट केंद्र के निर्माण में व्यापक रूप से किया गया है , इस के निर्माण में मुख्यतः सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसी बिजली पैदा करने वाली तकनीकों का प्रयोग किया गया । इस के अतिरिक्त खिलाड़ा केंद्र और लोजिस्टिक गारंटी केंद्र में सौर ऊर्जा प्रणाली भी स्थापित हो गयी है , इस प्रणाली के जरिये स्वीमिंग पुल व केंद्रीय एयरकंटिशन के लिये स्वच्छ ऊर्जा की सप्लाई की जाती है , इस से ओलम्पिक सैलिंग बोट केंद्र के लिये साल में कम से कम 9 लाख युनिट बिजली की किफायत की जा सकती है । इतना ही नहीं , पवन ऊर्जा व सौर ऊर्जा लाम्प भी व्यापक तौर पर ओलम्पिक सैलिंग बोट केंद्र में लगाये गये हैं । श्री ली ची फंग ने आशा व्यक्त की है कि उक्त पर्यावरण संरक्षण व ऊर्जा किफायत के संस्थापनों के प्रयोग से हरित ओलम्पियाड धरणा लोगों के दिल में और गहरा घर कर लेगी । उन का कहना है ।

हमारा ओलम्पिक सैलिंग बोट केंद्र में हाई टेक माध्यमों व तकनीक का प्रयोग करने का उद्देश्य समाज में एक बहुत अच्छी आदर्श मिसाल की भूमिका निभाना है , ताकि जनसमुदाय के बीच हरित ओलम्पियाड की धारणा को लोकप्रिय बनाया जा सके ।

उक्त कई ओलम्पियाड स्टेडियमों का जो उल्लेख किया गया है , वे सिर्फ पेइचिंग ओलम्पियाड स्टेडियमों का नमूना ही हैं । अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी द्वारा 13 जुलाई 2001 को 29 वें ओलम्पियाड के आयोजन का अधिकार पेइचिंग शहर को सौंपे जाने से ही पेइचिंग नगर पालिका ने तफसील तैयारी योजना बनाना शुरू कर दिया और इस योजना को मूर्त रूप देने के लिये सिलसिलेवार ठोस कदम भी उठा दिये । 2003 के अंत से पेइचिंग ओलम्पियाड के नये स्टेडियमों व पुनः विस्तृत स्टेडियमों का निर्माण क्रमशः शुरु होने लगा है और अब योजना का शानदार लक्ष्य पूरा होने वाला है । अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी के 29 वें ग्रीष्मकालीन ओलम्पियाड की समन्वय कमेटी के अध्यक्ष वेरब्रुगेन ने पेइचिंग ओलम्पियाड के निर्माणधीन स्टेडियमों की भूरि भूरि प्रशंसा की है । उन का कहना है ।

मैं बड़ी प्रसन्नता से कह सकता हूं कि इन स्टेडियमों का निर्माण सही गति से किया जा रहा है , मेरा कहने का सही अर्थ है कि परियोजनाएं कड़ाई से योजनाबद्ध रूप से अमली जामा बनायी जा रही हैं यानी सही पथ पर चल रही हैं । इसलिये जब मैं ने देखा कि ये परियोजनाओं को मूर्त रूप में बदला जा रहा है , तो मैं इस से बहुस प्रभावित हुआ हूं ।

प्रिय श्रोताओ , आज के इसी कार्यक्रम में 2008 पेइचिंग ओलम्पियाड स्टेडियमों के बारे में परिचय यहीं तक समाप्त हो गया है । इस लेख में हम निम्न दो प्रश्न पूछेंगे , कृपया गौर से सुन लीजिये , पहला सवाल है कि पेइचिंग ओलम्पिक खेल समारोह में कुल कितने स्टेडियमों की जरूरत पड़ती है ? दूसरा सवाल यह है कि पेइचिंग ओलम्पिक खेल समारोह का उद्घाटन व समापन समारोह जिस पेइचिंग राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित किया जायेगा , उस का नाम क्या है ?

लीजिये अब आप उक्त दो सवाल एक बार फिर सुनिये ।