अमेरिका द्वारा टीकों की जमाखोरी करना स्वार्थी रवैया
कोविड-19 टीकों की जमाखोरी के लिए अमेरिका की आलोचना करने वाले अमेरिकी मीडिया के एक समीक्षा लेख के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ ली च्येन ने 15 जुलाई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टीकों को जमा करने का अमेरिका का स्वार्थी व्यवहार एक जिम्मेदार देश का काम नहीं है। यह विकासशील देशों को टीकों की उचित पहुंच से वंचित करता है।
अमेरिकी अखबार "वाशिंगटन पोस्ट" ने 13 तारीख को प्रकाशित एक लेख में बड़ी संख्या में कोरोना टीके जमा करने के लिए अमेरिका की आलोचना की, कहा कि इससे टीकों की गंभीर बर्बादी होती है। लेख में कहा गया है कि महामारी को लेकर अमेरिका की मौजूदा प्रतिक्रिया में सबसे बड़ी विफलता यह है कि अमेरिका केवल घरेलू महामारी पर ध्यान देता है और विदेशों में वायरस के खतरे की उपेक्षा करता है। अमेरिका बड़ी संख्या में अधिशेष टीकों की जमाखोरी कर रहा है, इस तरह लाखों टीकों की निश्चित अवधि खत्म हो जाएगी।
चाओ ली च्येन ने कहा कि यहां तक कि अमेरिकी मीडिया भी अमेरिका में टीकों की जमाखोरी के स्वार्थी व्यवहार को बर्दाश्त नहीं कर सकता। विश्व में कोविड-19 महामारी लगातार फैलने की स्थिति में अमेरिका का यह स्वार्थी व्यवहार विकासशील देशों में महामारी से लड़ने की नाजुक जीवन रेखा को दबाने के समान है। टीकों को जमा करने का अमेरिका का व्यवहार एक जिम्मेदार देश का काम नहीं है।
चाओ ली च्येन ने चीन का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि टीके वैश्विक सार्वजनिक उत्पाद हैं। हम जितना हो सके टीके उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं, ताकि विभिन्न पक्षों के साथ मानव जाति के स्वास्थ्य समुदाय का निर्माण किया जा सके, महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में अधिक से अधिक योगदान दिया जा सके।
(वनिता)