अफ़्रीका के 40 से अधिक देशों ने बेल्ट एंड रोड के निर्माण में भाग लिया

2021-06-04 09:19:44

अफ़्रीका के 40 से अधिक देशों ने बेल्ट एंड रोड के निर्माण में भाग लिया

《वर्ष 2063 कार्यसूची》में वर्ष 2063 तक अफ़्रीका में विकास का खाका लिखा हुआ है जो अफ़्रीका के आगामी विकास के प्रति अफ़्रीकी जनता की परियोजना व प्रतीक्षा है। उधर बेल्ट एन्ड रोड पहल ने विभिन्न देशों के आर्थिक व सामाजिक विकास और संयुक्त राष्ट्र संघ की वर्ष 2030 कार्यसूची को लागू करने के लिये नयी गुंजाइश तैयार की है।

वर्ष 2020 के अंत में चीन और अफ़्रीकी संघ ने《चीन लोक गणराज्य व अफ़्रीकी संघ के बीच एक साथ बेल्ट एंड रोड निर्माण को मजबूत करने की सहयोग परियोजना》पर हस्ताक्षर किये, जिससे बेल्ट एंड रोड पहल और《वर्ष 2063 कार्यसूची》गहन रूप से जुड़ सकेंगे। और चीन व अफ़्रीका द्वारा संयुक्त रूप से बेल्ट एंड रोड का निर्माण करने में नया अध्याय भी खोला जाएगा।

स्थानीय समयानुसार 7 जनवरी को चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने बोत्सवाना की यात्रा के दौरान बोत्सवाना सरकार के साथ बेल्ट एंड रोड के निर्माण से जुड़े ज्ञापन समेत सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये, जिससे बोत्सवाना अफ़्रीका में चीन के साथ बेल्ट एंड रोड के निर्माण में भाग लेने वाला 46वां साझेदार देश बना।

अफ्रीका बेल्ट एंड रोड के सहयोग में एक अनिवार्य महत्वपूर्ण हिस्सा है। अब तक 40 से अधिक अफ्रीकी देशों और अफ्रीकी संघ आयोग ने चीन के साथ बेल्ट एंड रोड सहयोग के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए, जो ऐसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने वाले देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की कुल संख्या का एक तिहाई हिस्सा है।

रेलवे, राजमार्गों, हवाई अड्डों, बंदरगाहों और बिजली स्टेशनों जैसी तमाम परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन ने अफ्रीका के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं।

मोम्बासा नैरोबी रेलवे पर लोग जिमोनी केन्या के नैरोबी से लगभग 300 किलोमीटर दूर एक छोटे से कस्बे में काम करते हैं। तेज और सुविधाजनक मोम्बासा नैरोबी रेलवे से वे नैरोबी में अपने परिवार के साथ सप्ताहांत बिता सकते हैं। उन्होंने कहा कि मोम्बासा नैरोबी रेलवे ने उनके और कई यात्रियों की यात्रा करने के तरीके को बदल दिया।

उन्होंने कहा कि केन्या में यात्रा करने के लिए रेलवे सबसे अच्छा तरीका है। यह परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में तेज़ है। यह बहुत आरामदायक और सुरक्षित है।

चीन लगातार 11 वर्षों तक अफ्रीका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है और इसके साथ अफ्रीका में निवेश के लिए मुख्य स्रोत देशों में से एक भी है, जिससे कई वर्षों से अफ्रीका की आर्थिक वृद्धि में योगदान 20 प्रतिशत से अधिक रही है।

संयुक्त राष्ट्र उप महासचिव, संयुक्त राष्ट्र के अफ्रीकी आर्थिक आयोग की कार्यकारी सचिव वेरा सोंगवे का विचार है कि अफ्रीका और चीन के बीच एक-दूसरे को जोड़ने के स्तर को लगातार उन्नत किया जाने के साथ यह उम्मीद की जा सकती है कि अधिक अफ्रीकी कृषि उत्पाद चीन के ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर दिखाई देंगे। इससे अधिक अफ्रीकी किसानों को गरीबी से बाहर निकाला गया है।

उन्होंने कहा कि रवांडा की कॉफी और मिर्च ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। हमें उम्मीद है कि अफ्रीकी देशों के अधिक उत्पाद ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर दिखाई देंगे, जैसा कि माली की सफेद मिर्च, मेडागास्कर के केसर, कोमोरियाई वेनिला आदि। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जब महामारी से विश्व व्यापार बहुत प्रभावित होता है। केवल इस तरह से अफ्रीका चीन और दुनिया के साथ मिलकर समृद्ध हो सकता है।

इस वर्ष चीन के राष्ट्रीय आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए चौदहवीं पंचवर्षीय योजना लागू करने का पहला वर्ष है। उधर अफ्रीकी देशों ने इस वर्ष के 1 जनवरी को औपचारिक रूप से अफ्रीकी महाद्वीप पर मुक्त व्यापार क्षेत्र के निर्माण का शुभारंभ किया, पूरी तरह से अफ्रीकी संघ की वर्ष 2063 कार्यसूची की पहली दस वर्षीय योजना को लागू किया। मिस्र के पूर्व प्रधानमंत्री मोहम्मद शरीफ ने कहा कि बेल्ट एंड रोड पहल अफ्रीकी देशों यहां तक कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सकारात्मक भूमिका निभाएगी।

उन्होंने कहा कि मिस्र और अन्य विकासशील देशों के सामाजिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने, जन जीवन को सुधारने आदि क्षेत्रों में बेल्ड एंड रोड पहल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। बेल्ड एंड रोड पहल किसी भी तरह से एकाधिकार वैश्वीकरण नहीं है, बल्कि यह कई देशों, विशेष रूप से विकासशील देशों के लिए, बहुपक्षवाद और निष्पक्ष शासन के ढांचे में अपने स्वयं के विकास और समृद्धि को प्राप्त करने का सबसे अच्छा समाधान है। एक वैश्विक संदर्भ में जहां विश्वास की आमतौर पर कमी है, इस पहल ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से व्यापक प्रशंसा हासिल की और बड़ी सफलता हासिल की।

चीन स्थित अफ्रीकी दूतों के अध्यक्ष, चीन में कैमरून के राजदूत मपना ने कहा कि " बेल्ट एंड रोड " पहल ने अफ्रीकी देशों में विकास के अधिक संसाधन और अवसर लाए हैं। वे अपेक्षा करते हैं कि अधिक देश इस पहल में शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि विशिष्ट समूहों की सेवा करने वाले कई संगठनों या पहलों के विपरीत, " बेल्ट एंड रोड " पहल सभी देशों के लिए खुली है और हर कोई इसमें शामिल हो सकता है। इसलिए, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और कई अफ्रीकी देश इस पहल में शामिल हुए हैं। यह हमारे लिए अधिक संसाधन और अवसर लाएगा। हम इस पहल को बढ़ावा देना  जारी रखेंगे ताकि विभिन्न देश शांति और समृद्धि साझा कर सकें।

(वनिता)

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