वैश्विक भुगतान में चीनी मुद्रा के अनुपात में इजाफा
सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलिकम्युनिकेशन यानी स्विफ्ट द्वारा हाली ही में जारी आंकड़ों के अनुसार इस जनवरी में वैश्विक भुगतान मुद्राओं की वरीयता में चीनी मुद्रा आरएमबी पांचवे स्थान पर आ गयी ,जिसके अनुपात में बड़ी उन्नति हुई ।संबंधित विशेषज्ञों की नजर में यह एक संकेत है कि आरएमबी के अंतरराष्ट्रीयकरण का सक्रिय विकास हो रहा है ।इसके साथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा व्यवस्था में आरएमबी का स्थान निरंतर उन्नत हो रहा है ।
ताजा आंकड़ों के अनुसार वैश्विक भुगतान में आरएमबी का शेयर पिछले दिसंबर के 1.88 प्रतिशत से बढ़कर इस जनवरी के 2.42 प्रतिशत तक जा पहुंचा ।रकम की दृष्टि से इस जनवरी में आरएमबी का भुगतान पिछले दिसंबर से 21.34 फीसदी बढ गया ,जबकि इस दौरान विश्व में सभी मुद्राओं के भुगतान की रकम में 5.86 प्रतिशत की कमी आयी ।
चीनी मिनशंग बैंक के प्रमुख अध्ययनकर्ता वन पिन ने बताया कि फिलहाल अंतरराष्ट्रीय भुगतान में आरएमबी के अनुपात में बड़ा इजाफा हुआ ।इसका मुख्य कारण है कि पिछले साल चीनी विदेश व्यापार की स्थिति अच्छी रही और आरएमबी के मूल्य की आम स्थिरता बनी रही ।
उन्होंने कहा ,गतवर्ष चीन का वैदेशिक व्यापार बहुत अच्छा रहा ।वस्तु व्यापार का पैमाना और विश्व बाजार में उसका शेयर ऐतिहासिक रिकार्ड है ।इससे आरएमबी की अंतरराष्ट्रीय मांग बढ़ गयी ।दूसरा ,गत वर्ष अमेरिकी डॉलर के प्रति आरएमबी की विनिमय दर 6.2 प्रतिशत बढ़ी ,जिससे आरएमबी के प्रति अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का विश्वास भी बढ़ा ।
14वीं पंचवर्षीय योजना के सुझाव के अनुसार अगले पांच सालों में चीन स्थिरता और सावधानी से आरएमबी का अंतरराष्ट्रीयकरण बढ़ाएगा ।वन पिन ने बताया कि आरएमबी का अंतरराष्ट्रीयकरण एक लंबी प्रक्रिया होगी और रातों रात पूरा नहीं हो सकी। लेकिन उसकी विशाल संभावनाएं और गुंजाइश है ।
उन्होंने कहा ,चीनी अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि बरकरार रहेगी और आरएमबी की आम स्थिरता भी बरकरार रहेगी ,जो आरएमबी के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए लाभदायक है ।दूसरा ,चीन का वित्तीय बाजार खुल रहा है ,जिस से व्यापार ,निवेश और भंडारण में आरएमबी का सरलीकरण बढ़ेगा।भविष्य में आरएमबी व्यापार की मुद्रा से निवेश की मुद्रा और अंत में भंडारण की मुद्रा की ओर बढ़ जाएगी और उसका अंतरराष्ट्रीय प्रभाव भी दिन ब दिन बढ़ेगा ।(वेइतुंग)