25 फरवरी 2021

2021-02-25 11:45:52

अनिलः प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला शुरू होता है। जापान अपनी संस्कृति, खान-पान से लेकर विश्व भर में सबसे अधिक अनुशासनप्रिय देश माना जाता है। यहां के लोग नियम-कायदों को लेकर एकदम पक्का होते हैं। लेकिऩ ऐसे ही नियम कभी-कभी परेशानी का सबब भी बन जाते हैं। हाल में जो घटना सामने आयी है, उसके मुताबिक जापानी स्कूल प्रशासन ने भूरे बालों वाली लड़की को सख्त हिदायत देते हुए कहा था कि अगर उसने बाल काले नहीं कराए, तो स्कूल आने की कोई जरूरत नहीं है।

दरअसल, यह मामला ओसाका के हैबीकिनो प्रांत का है। यहां कैफुकन प्रांतीय हाईस्कूल में पढ़ने वाली छात्रा के भूरे बालों पर स्कूल प्रशासन को आपत्ति थी। लड़की के बाल प्राकृतिक रूप से भूरे थे, लेकिन स्कूल का मानना था कि उसने बालों को भूरा करवाया है, जो नियमों के सख्त खिलाफ है। स्कूल प्रशासन के द्वारा बार-बार हिदायत दिए जाने से तंग आकर छात्रा ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था।

पीड़िता को स्कूल प्रशासन ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि जब तक वह अपने बालों को काला नहीं करती उसे स्कूल आने की कोई जरूरत नहीं है। यह मामला साल 2015 का है और उस समय लड़की की उम्र 15 साल थी। स्कूल प्रशासन के प्रताड़ना से परेशान होकर साल 2017 में लड़की ने अदालत का दरवाजा खटखटाया।

हालांकि, अदालत का फैसला आने में चार साल लग गए और लड़की की उम्र 21 साल हो गई है। अदालत ने राहत देते हुए आदेश दिया कि लड़की को हर्जाने के तौर पर 3,30,000 येन (करीब 2.27 लाख रु.) का भुगतान किया जाए। कोर्ट ने कहा कि भले ही स्कूल के नियम सही है, लेकिन इससे एक स्टूडेंट को मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा, जिससे उसकी शिक्षा प्रभावित हुई।

जापान के स्कूलों में नियम काफी सख्त हैं। नियमों के मुताबिक, छात्रों को बालों पर कलर कराना, उन पर ब्लीच का इस्तेमाल करना मना है। स्कूलों का तर्क है कि ऐसे नियम इसलिए बनाए गए हैं ताकि बच्चे केवल अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

नीलमः उधर आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में रहने वाले एक कारोबारी ने आलीशन घर बनवाने के लिए काफी पैसे जमा किए हुए थे, लेकिन ये पैसा अब रद्दी में तबदील हो चुका है। ये कारोबारी अपनी कमाई का पैसा बैंक में रखने की जगह अपने घर में एक ट्रंक में रख देता था। अगर इस कारोबारी ने अपने पैसों को बैंक में रखा होता तो लाखों का नुकसान नहीं होता।

बिजली जमालय नाम का ये कारोबारी सूअरों को खरीदने और बेचने का काम करता था। इस कारोबार से जो भी कमाई होती थी वो अपने घर में एक ट्रंक में रख देता था। इन पैसों से वो खुद के लिए घर बनाना चाहता था।

जब कारोबारी ने एक दिन ट्रंक खोलकर देखा तो उसके सभी सपनों पर पानी फिर गया क्योंकि ट्रंक में रखे गए लगभग पांच लाख रुपये दीमक लगने की वजह से रद्दी हो चुके थे। दीमक लगने की वजह से ये पैसे उसके किसी भी काम के नहीं रहे।

कारोबारी ने इन पैसों को बच्चों के बीच बांट दिया ताकि वो इन पैसों से खेल कर सकें। बच्चों को असली नोटों से खेलते देखकर किसी ने पुलिस को इस बात की सूचना दे दी।

पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की थी वो ट्रंक में दीमक लगे हुए नोटों को देखकर दंग रह गई। पुलिस ने पैसों को जब्त कर कारोबारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 

अनिलः अब अगली ख़बर... इंडोनेशिया की रहने वाली महिला ने एक ऐसा अजीबोगरीब दावा पेश किया है, जिसे जानकर आप सोच में पड़ जाएंगे। महिला का दावा है कि वो हवा से गर्भवती हो गई। स्थानीय समाचार चैनल से बात करते हुए महिला ने कहा कि उसने किसी भी पुरुष से संबंध नहीं बनाया है। उसका कहना है कि वो अचानक लेटे-लेटे हवा से ही गर्भवती हो गई। महिला का ये दावा काफी हैरान करने वाला है।

दावे के मुताबिक, दोपहर के समय प्रार्थना करने के बाद ये महिला अपने लिविंग रूम में आराम कर रही थी। इसी दौरान उसे अचानक ऐसा लगा कि हवा उसके शरीर में प्रवेश कर रही है। इस घटना के महज 15 मिनट बाद ही सके पेट में दर्द होने लगा और उसका पेट बड़ा होने लगा। ऐसे में महिला पास के ही एक अस्पताल में गई और वहां उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया।

कुछ ही समय के बाद महिला की ये अनोखी कहानी वायरल हो गई। इस घटना के बारे में जानकारी लेने के लिए स्थानीय सामुदायिक क्लिनिक के प्रमुख महिला के पास पहुंचे। पुछताछ में ये पता चला कि महिला की शादी हो चुकी है, लेकिन वो अपने पति से अलग रह रही है। उसकी पहले से एक बच्ची भी है।

सामुदायिक क्लिनिक के प्रमुख इमान सुलेमान ने कहा 'जांच के दौरान पाया गया है कि मां और बच्चे स्वस्थ हैं। नॉर्मल डिलीवरी हुई है। बच्ची का वजन 2.9 किलोग्राम है।'

इमान सुलेमान के मुताबिक, यह एक 'गुप्त गर्भावस्था' का मामला लगता है, जिसमें महिला को प्रसव से पहले गर्भावस्था महसूस ही नहीं होती है। हालांकि, प्रशासन के द्वारा भी जांच शुरू कर दी है। महिला के पिछली शादी सहित सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

नीलमः उधर रूस के एक चिड़ियाघर में इन दिनों एक बाघ अपनी क्यूटनेस की वजह से हीरो बन गया है। विटास नाम यह बाघ अभी आठ महीने का है। यह बाघ अमुर प्रजाति का है, जो दुनिया में सबसे बड़े और तेज-तर्रार होते हैं। विटास को जब भी अपनी मां का ध्यान खींचना होता है, वो गाना शुरू कर देता है। विटास ऐसी आवाज निकालता है, जैसे कोई चिड़िया चहचहा रही हो। सर्बिया के बरनॉल चिड़ियाघर में इस शावक को जब भी अपनी मां का ध्यान खींचना होता है, तो उसकी आवाज एकदम महीन सी निकलती है। कुछ लोग इसके आवाज को चिड़िया के गाने जैसा बताया, तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि विटास की आवाज बंदर की हंसी जैसा समझ में आता है। बता दें कि विटास का वीडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल हो रहा है।

चिड़ियाघर में काम करने वाले लोगों ने बताया कि इस बाघ के कई भाई-बहन हैं। इसलिए यह हमेशा अपनी मां का ध्यान खींचने के लिए चिल्लाता रहता है। विटास तब तक चिल्लाता है, जब तक मां सब काम छोड़कर इसके पास आ न जाए।

अनिलः इसी के साथ आज के प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला संपन्न होता है। अब बारी है श्रोताओं के पत्रों की।

पहला पत्र हमें आया है, खुर्जा यूपी से तिलक राज अरोड़ा का। लिखते हैं कि 18 फरवरी का प्रोग्राम आपकी सुंदर आवाज और शानदार प्रस्तुति के साथ सुनकर दिल खुशी से झूम उठा। कार्यक्रम में जो जानकारियां आपने दी बहुत ही पसंद आयी। कार्यक्रम में विज्ञान प्यार को पहली नजर में किस नजरिये से देखता है, इसके जो वैज्ञानिक कारण बताये वे बहुत ही शानदार लगे।

वहीं अमेरिका के रहने वाले 38 वर्षीय ब्रेड के सीने में दर्द की शिकायत थी और अस्पताल में हुए एक्सरे से ये पता चला कि उनके सीने में एयर पॉड अटक गया है। भगवान का लाख लाख शुकर है कि उसकी जान बच गयी। वहीं  चीन की एक महिला ने अपने पूर्व प्रेमी के प्रति आक्रोश निकलने के लिये डिलीवरी बॉय से उसके चेहरे पर गरम चाय फिकवा दी। इस जानकारी ने दिल को झकजोर दिया। आज तो गरम चाय चेहरे पर फिकवाई कल को जहर मिली चाय भी भिजवा सकती थी। ऐसी हरकत की जितनी भी निंदा की जाए उतनी ही कम है।

उधर हरियाणा के हिसार शहर में रहने वाले दो युवा किसानों ने ऐयरों फोनिक पद्धति से अपने घर की छत पर केसर की खेती कर के 9 लाख के करीब रुपये कमा लिये। यह जानकारी सुनकर बहुत ही खुशी प्राप्त हुई।

कार्यक्रम में फिल्मी गीत, श्रोता बंधुओं के पत्र और जोक्स भी सुने और पसंद आये।

बेहतरीन कार्यक्रम टी टाइम सुनवाने के लिये आपका दिल से शुक्रिया।

नीलमः अब प्रस्तुत है, पंतनगर. उत्तराखंड से वीरेंद्र मेहता का पत्र। लिखते हैं नमस्कार, नी हाउ - 

टी टाइम प्रोग्राम का नया अंक सुना - आज की जानकारी का आगाज प्यार में होने वाले रसायनों से किया गया। प्यार में होने वाले केमिकल्स जो कि नोराड्रेनालाइन, डोपामाइन और फेनाइलइथाइलामाइन हैं। इन रसायनों की महत्वपूर्ण भूमिका व इनके बारे में संक्षिप्त में दी गई जानकारी ज्ञानवर्धक लगी। वहीं 38 वर्षीय ब्रेड के बारे में सुना, जो अनजाने में एयरपॉड को ही निगल गए और उन्हें इसके बारे में पता भी नहीं चला , पर अब  एंडोस्कोपी के जरिए एयरपॉड को निकाल दिया गया है। हमें भी इससे सबक लेते हुए कम से कम सोते समय ऐसी चीजों को दूर ही रख रख देना चाहि। और वही चीन की महिला द्वारा अपने पूर्व प्रेमी पर अपना आक्रोश निकालने का अनोखा तरीका सुना - जो कि डिलीवरी ब्वॉय द्वारा आदमी के चेहरे पर चाय फेंकना था। इसमें मुझे लगता है कि सबसे बड़ी गलती डिलीवरी ब्वॉय की थी, जिसने बिना सोचे समझे ऐसा कदम उठाया। क्योंकि प्रेमिका तो आक्रोश में थी इस स्थिति में वह कुछ भी सोच सकती है अपने पूर्व प्रेमी को आघात पहुंचाने के लिए। और हरियाणा के किसान नवीन और प्रवीण के बारे में सुना जिन्होंने कुछ नया करके अपने छत में ही केसर की खेती कर डाली। इनकी यह कहानी प्रेरक लगी। सुंदर प्रस्तुति के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ।।

वीरेंद्र जी पत्र भेजने के लिए धन्यवाद।

अनिलः दोस्तो अब प्रस्तुत करते हैं खंडवा मध्य प्रदेश से, दुर्गेश नागनपुरे का पत्र। लिखते हैं, नमस्कार। इन दिनो मैं थोड़ा काम में व्यस्त होने के कारण, आपके प्रोग्राम को  वेबसाइट पर ही सुन लेता हूं । हमारी ओर से आप सभी को वसंत त्यौहार की हार्दिक शुभकामनायें। इस बार टी टाइम प्रोग्राम का नया अंक बेहद शानदार लगा । रोचक जानकारियां, मजेदार जोक्स और हिन्दी गीत बहुत ही अच्छा लगा । धन्यवाद जी। दुर्गेश जी बहुत-बहुत शुक्रिया।

नीलमः अब पेश है आज के प्रोग्राम का आखिरी खत। जिसे भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं, आदरणीय अनिलजी एवं नीलमजी, नमस्कार।

फिर आया गुरुवार और श्रोताओं के लिये लाया ज्ञान का पिटारा। जी हाँ, हर बार की तरह आज दिनांक 18 फ़रवरी के "टी टाइम" में दी गयीं तमाम जानकारियां भी ज्ञानवर्ध्दक लगीं। शुक्रिया। वैलेंटाइन डे पर वैज्ञानिक शोध कुछ भी कहें, इसका रूप विकृत हो गया है और सच्चाई तो यह है कि इसके ज़रिये युवा समय से पहले अत्यधिक कामुकता का शिकार हो जाते हैं।वहीं अमेरिका के रहने वाले 38 वर्षीय ब्रैड के सीने में एयरपॉड अटकने एवं बाद में चिकित्सकों द्वारा उसे सफलता पूर्वक बाहर निकाल लेने पर उनके सकुशल होने की बात से हमें भी राहत मिली। 

जानकारियों के क्रम में चीन की एक महिला द्वारा अपने पूर्व प्रेमी के प्रति आक्रोश निकालने अपनाया गया तरीका भले ही अनोखा हो, पर डिलीवरी ब्वॉय ने महिला की बात मान कर जो भी किया, वह सीधे-सीधे आपराधिक मामला बनता है। यह तो किसी के लिये सुपारी देने/लेने जैसा हुआ। हरियाणा में रहने वाले दो युवा किसान भाइयों द्वारा अपने घर की छत पर केसर की खेती कर दिखाया जाना अत्यन्त प्रेरक लगा। आप द्वारा दी गयी यह जानकारी किसी की भी क़िस्मत बदल सकती है। बेहतर होता यदि आप किसान भाइयों द्वारा अपनाई गयी ऐयरोफोनिक पद्धति पर भी कुछ रोशनी डालते। 

जानकारियों के अलावा कार्यक्रम में पेश श्रोताओं की टिप्पणियां एवं जोक्स भी ठीक-ठाक लगे। धन्यवाद एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

सुरेश जी प्रोग्राम के बारे में टिप्पणी करने के लिए आपका धन्यवाद।

अनिल. श्रोताओं की टिप्पणी के बाद वक्त हो गया है जोक्स का।

अब बारी है जोक्स की।

पहला जोक

औरतों की सबसे बड़ी समस्या क्या होती है!!

जब बहू बनती है तब सास अच्छी नहीं मिलती

और जब सास बनती है,तब बहू अच्छी नहीं मिलती ।

दूसरा जोक

संता पार्क में एक लड़की के साथ बैठा थापुलिसवाला – तुम यहां क्यों बैठे हो?

संता – जी, हम दोनों शादीशुदा हैं।

पुलिसवाला – अरे तो अपने घर जाकर बैठो...

संता – घर जाकर साथ नहीं बैठ सकते...

पुलिसवाला – क्यों?

संता – क्योंकि इसका पति नहीं मानेगा।

तीसरा जोक..

बेटा - पिता जी, आप बहुत किस्मत वाले हैं?

पिता जी - वो कैसे बेटा?

बेटा - क्योंकि मैं फेल हो गया हूं,आपको मेरे लिए नई किताबें नहीं खरीदनी पड़ेंगी।

धन्यवाद जी ।

रेडियो प्रोग्राम