पिछले पाँच सालों तिब्बत के आर्थिक विकास में तकनीकी प्रगति की योगदान दर 45.6 प्रतिशत
“13वीं पंचवर्षीय योजना”(2016 से 2020 तक) की अवधि के दौरान तिब्बत के आर्थिक और सामाजिक विकास में तकनीकी नवाचार की सहायक भूमिका में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 13वीं पंचवर्षीय योजना के बाद से तिब्बत की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति ने आर्थिक विकास में 45.6 प्रतिशत, कृषि और पशुपालन के विकास में 55 प्रतिशत का योगदान दिया है जो क्रमशः 12वीं पंचवर्षीय योजना की अंतिम अवधि की तुलना में 5.6 प्रतिशत और 10 प्रतिशत बढ़ा है।
पिछले पाँच सालों में तिब्बत ने वैज्ञानिक तकनीकी नवाचार वातावरण का अनुकूलन करने, तकनीकी नवाचार विकास के सामरिक लेआउट को मजबूत करने, वैज्ञानिक तकनीकी निवेश को बढ़ाने, तथा प्रतिभा टीमों का प्रशिक्षण करने आदि तरीके अपनाए। पठारीय मांग को पूरा करने वाले वैज्ञानिक तकनीकी फलों ने आम नागरिकों के घर में प्रवेश किया
बताया गया है कि पिछले पाँच सालों में तिब्बत में वैज्ञानिक तकनीकी उद्योगों के अनुसंधान और विकास खर्च 1 अरब 20 करोड़ युआन के पार हो गया। पेटेंट अनुप्रयोगों और प्राधिकरणों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। इस दौरान तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के 80 विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार चुने गए हैं।
इस के साथ ही, तिब्बत वैज्ञानिक तकनीकी मंच और प्रतिभा टीम के निर्माण की गति को भी तेज कर रहा है। अब तक पूरे स्वायत्त प्रदेश में 1 प्रांतीय सह-निर्माण वाले राष्ट्र स्तरीय प्रयोगशाला, 4 राष्ट्र स्तरीय कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी पार्क, 1 राष्ट्र स्तरीय सतत विकास प्रायोगिक क्षेत्र, 1 राष्ट्र स्तरीय प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर और 37 स्वायत्त प्रदेश स्तरीय प्रमुख प्रयोगशाला और इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं।
(श्याओ थांग)