अफ़गान मुद्दे पर चार पक्षीय सम्मेलन 12 अगस्त को कतर की राजधानी दोहा में समाप्त हुआ। तीन दिवसीय बैठक के दौरान चीन, अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और अफ़गान शांति वार्ता के विभिन्न पक्षों ने अफगानिस्तान की स्थिति और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।
सम्मेलन की समाप्ति पर जारी बयान के अनुसार, अफगान शांति प्रक्रिया को तेज करना अफगानिस्तान में सबसे फौरी और मौलिक मुद्दा है। इसमें शामिल विभिन्न पक्षों ने अफगान सरकार और तालिबान से आपसी विश्वास बनाने, जल्द से जल्द व्यापक युद्धविराम हासिल करने और राजनीतिक सुलह तक पहुंचने के उपाय करने का आग्रह किया। इसके अलावा, अफगानिस्तान में विभिन्न क्षेत्रों में जारी लड़ाई से कुछ नागरिकों के हताहत होने पर चिंता भी जताई गयी।
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर से अफगान सरकार और तालिबान ने दोहा में शांति वार्ता शुरू की थी। कई मतभेदों के कारण वार्ता की प्रगति धीमी रही है। हाल के दिनों में दोनों पक्षों के बीच लड़ाई तेज हुई है, इसके चलते शांति वार्ता रुक गयी है।
(आलिया)