31 जुलाई को टोक्यो ओलंपिक में अपने 37वें जन्मदिन की खुशियां मनाने के बाद चीनी खिलाड़ी ल्वू श्याओज्वून ने सभी युवा प्रतिद्वंद्वियों को हराकर 374 किलोग्राम के अंक से पुरुष भारोत्तोलन की 81 किलो वर्गीय मैच में स्वर्ण पदक हासिल किया। लंदन ओलंपिक के बाद, यह उनकी जिन्दगी का दूसरा ओलंपिक स्वर्ण पदक है। साथ ही, वे भारोत्तोलन खेल स्पर्धा में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गये हैं।
लेकिन मैच के बाद सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा ल्वू श्याओज्वून की उम्र या चैंपियन बनने की नहीं, बल्कि उनके मांसपेशियों की हो रही है। नेटिज़नों ने टिप्पणियों में ऐसा लिखा है कि “पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली मांसपेशी” और “पेशीय देवता”।
अंतर्राष्ट्रीय फिटनेस जगत में ल्वू श्याओज्वून एक वास्तविक सुपरस्टार हैं। यूट्यूब पर उनके बारे में एक वीडियो का उच्चतम प्लेबैक वॉल्यूम तो 42.9 लाख तक पहुंच गया है। चीन के प्रसिद्ध बास्केटबॉल खिलाड़ी याओ मिंग के वीडियो को छोड़कर विदेशों में उनका वीडियो सबसे अधिक लोकप्रिय है।
बॉडी बिल्डर्स और परंपरागत फिटनेस प्रेमियों को ल्वू श्याओज्वून की संपूर्ण मांसपेशी आयाम और रेखाएं बहुत पसंद है। भारोत्तोलन प्रेमी उनकी शक्ति, विस्फोटक बल और पाठ्यपुस्तक जैसी तकनीकी क्रियाओं की प्रशंसा करते हैं।
चंद्रिमा