खुशहाल जीवन के प्रति लोगों की अभिलाषा हमारे प्रयासों का लक्ष्य है। यह चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा जनता से किया गया पक्का वादा है। उन्होंने 25 फरवरी को पेइचिंग में आयोजित राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन सारांश और पुरस्कार वितरण समारोह में घोषणा की चीन ने गरीबी उन्मूलन में चतुर्मुखी जीत हासिल की है।
पिछले आठ सालों में उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक, लोएस पठार से बर्फीले पठार तक, उत्तर-पश्चिमी सीमा से युन्नान-क्वेइचो पठार तक शी चिनफिंग के कदम देश भर में 14 बेहद गरीब इलाकों में पड़े।
वे गरीबों के बारे में गहराई से चिंतित हैं। वे हमेशा दृढ़ता से मानते हैं कि गरीबी उन्मूलन के रास्ते में कोई भी गरीब परिवार और कोई भी गरीब व्यक्ति पीछे नहीं छूटना चाहिए।
अब, लोगों के प्रति शी चिनफिंग का वादा पूरा हो गया है। वर्तमान मापदंड के मुताबिक लगभग दस करोड़ ग्रामीण आबादी को गरीबी से मुक्ति मिल गयी है। चीन ने बेहद गरीबी को दूर करने का भारी कार्य पूरा किया है, जो मानव इतिहास में एक करिश्मा है। लेकिन "गरीबी उन्मूलन आखिरी बिंदु नहीं है, बल्कि नये जीवन का शुरुआती बिंदु है।" इसके बाद, गरीबी उन्मूलन के परिणामों को मजबूत करने को ग्रामीण समृद्धि से जोड़ते हुए समग्र तौर पर समृद्ध समाज के निर्माण के लक्ष्य की दिशा में सक्रिय प्रयास करना होगा।
आइए, देखते हैं, पहले के बेहद गरीब रहे इलाकों की स्थिति आज कैसी है?