23 फरवरी की सुबह सहायता के रूप में चीन द्वारा मिस्र को दिये जाने वाले कोरोना-रोधी वैक्सीन का पहला बैच काहिरा पहुंचा और साथ ही अरब लीग सचिवालय को दिये जाने वाले वैक्सीन भी पहुंचे। वैक्सीन का सफलतापूर्वक सौंपा जाना दोनों देशों के नेताओं के बीच चीन-मिस्र महामारी के मुकाबले के सहयोग पर संपन्न महत्वपूर्ण सहमतियों के कार्यान्वयन का एक मजबूत कदम है।
23 फरवरी की सुबह मिस्र स्थित चीनी राजदूत ल्याओ लीछ्यांग, मिस्र के स्वास्थ्य और जनसंख्या उप मंत्री जनरल वेल एल साय समेत दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने काहिरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचकर चीनी वैक्सीन के आगमन का स्वागत किया।
ल्याओ लीछ्यांग ने कहा कि टीकों की सहायता टीकों को वैश्विक सार्वजनिक उत्पाद के रूप में बनाने पर चीन की महत्वपूर्ण घोषणा के कार्यान्वयन का एक व्यावहारिक कार्रवाई है। मिस्र को दिये जाने वाले टीकों का सफलतापूर्वक सौंपा जाना चीन-अरब और चीन-मिस्र स्वास्थ्य समुदाय के सहनिर्माण की ज्वलंत व्याख्या है और नए युग में साझा भाग्य समुदाय के निर्माण के लिए दोनों पक्षों द्वारा उठाया गया एक और ठोस कदम भी है। चीन को आशा है कि मिस्र को चीनी वैक्सीन दिये जाने से मिस्र के लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जाएगी, महामारी के मुकाबले में मिस्र को मदद मिलेगी और दोनों देशों के महामारी के मुकाबले के सहयोग को मजबूत किया जाएगा।
वहीं, जनरल वेल एल साय ने मिस्र की सरकार और जनता की ओर से मिस्र को टीकों की उदार सहायता देने पर चीन को हार्दिक धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अचानक से फैली महामारी के सामने महान और मिलनसार चीनी लोग हमेशा मिस्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं और मिस्र को चिकित्सा सामग्री के कई खेप प्रदान किये हैं।
उसी दिन दोपहर बाद चीनी राजदूत ल्याओ लीछ्यांग और मिस्र के स्वास्थ्य व जनसंख्या मंत्री हाला ज़ायेद ने भी वैक्सीन हस्तांतरण समारोह के संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया।
मौके पर हाला ज़ायेद ने महामारी के मुकाबले की इस नाजुक घड़ी में मिस्र को वैक्सीन की सहायता देने पर चीन की प्रशंसा की। और साथ ही उन्होंने पिछले साल मार्च में मिस्र के राष्ट्रपति के विशेष दूत के रूप में महामारी-रोधी आपूर्ति के साथ चीन जाने के अपने अनुभव का उल्लेख किया और महामारी की रोकथाम व नियंत्रण में चीन की शक्ति व अनुभवों की प्रशंसा भी की।
(मीनू)