माता-पिता तो बच्चों के सांता क्लॉज़ हैं

2020-12-25 08:44:35

माता-पिता तो बच्चों के सांता क्लॉज़ हैं_fororder_圣诞节

बच्चों के मासूम दिल में क्रिसमस की पूर्वसंध्या पर उनके प्यारे सपनों में ज़रूर एक सफेद दाढ़ी वाले बूढ़े बाबा हिरन द्वारा खींची गई खिलौना से लदी बेपहियों वाली गाड़ी में बैठे हुए सामने आएंगे। वे लाल पोशाक में होंगे, और सिर पर एक लाल क्रिसमस टोपी पहने होंगे। वे घर-घर जाते हैं, और चिमनी से प्रवेश करके चुपचाप से बच्चों को उपहार देते हैं।

फिर सुबह बच्चों को पलंग के पास रखे क्रिसमस मोजे में या क्रिसमस पेड़ के नीचे अपना उपहार मिलता है। यह कितना आश्चर्य की बात है न?शायद केवल ऐसी उम्र में यह खुशी प्राप्त हो सकती है। हालांकि वे बड़े हो सकेंगे, पर हर क्रिसमस त्योहार पर यह मीठी यादें ज़रूर उनके दिमाग में फिर वापस लौटेंगी।

पर हम कैसे मनोरंजन के साथ क्रिसमस को मना सकते हैं?पहला, क्रिसमस पेड़ के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहन देना। बच्चों का सपना रंगारंग है। हमें उन्हें ज्यादा से ज्यादा सुन्दर चीज़ें महसूस करवानी चाहिये। रंग-बिरंगे क्रिसमस पेड़ तो बच्चों के बचपन जैसा सुन्दर है। इसलिये क्रिसमस त्योहार के अवसर पर माता-पिता को बच्चों के साथ अपने हाथों से क्रिसमस पेड़ को सजाना चाहिये। इसके दौरान न सिर्फ़ बच्चों के काम करने की क्षमता उन्नत हो सकेगी, बल्कि माता-पिता व बच्चों के बीच रिश्ता भी और घनिष्ठ बन जाएगा।

दूसरा, बच्चों को खुशी साझा करना सीखाना। बच्चों के लिये कौन सा उपहार तैयार करना चाहिये? तो माता-पिता को इसके बारे में अच्छी तरह से सोचना चाहिये। हाल ही में बच्चे अकसर किसके बारे में बोलते रहते हैं। तो क्रिसमस के दिन आप उन्हें यह उपहार दे सकते हैं। उन के अलावा बच्चों के साझेदारों और पड़ोसियों के लिये कुछ छोटे छोटे उपहार की तैयारी भी कीजिये और बच्चों के साथ उन्हें उपहार दीजिये। जिससे बच्चों को साझा करने से खुशी मिल सकती है।

तीसरा, बच्चों को आभार व्यक्त करना सीखाना। अगर समय होता है। तो माता-पिता बच्चों के साथ क्रिसमस कार्ड बना सकते हैं। कार्ड बनाते समय आप बच्चों को उन की छोटी उम्र में हुई दिलचस्प बातें बता सकते हैं, या त्योहारों के बारे में कुछ जानकारियां बता सकते हैं। जिससे बच्चे न सिर्फ़ जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि माता-पिता द्वारा उन्हें दिये गये प्यार को भी महसूस कर सकते हैं।

हम यह कह सकते हैं कि माता-पिता तो बच्चों के सांता क्लॉज़ हैं। इसलिये अब और इंतजार मत करो, जल्दी से सांता क्लॉज़ का अभिनय करो। बच्चों के सपनों को परा करने के साथ माता-पिता व बच्चों के बीच प्रेम भी बढ़ाया जाएगा। कई सालों बाद ये सभी मधुर यादें बन सकेंगे।

रेडियो प्रोग्राम