10 दिसंबर 2020

2020-12-10 05:06:55

Anil- कोविड-19 महामारी के दौर में सोने के दाम आसमान छूने लगे। अचानक सोने की कीमत में उछाल आया। पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के उत्पादन में एक प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। सोने के उत्पादन में आई ये पिछले एक दशक की सबसे बड़ी गिरावट है। कुछ जानकारों का तर्क है कि खदानों से सोना निकालने की सीमा अब पूरी हो चुकी है। जब तक सोने की खदानों से खनन पूरी तरह से बंद नहीं किया जाएगा, सोने का उत्पादन गिरता रहेगा।

सोने के ऊंचे दाम होने की वजह भी यही है कि अमेजन के जंगलों में सोने की खदानों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन का काम हुआ है। सोने की कीमत में उछाल भले ही आ गया हो, लेकिन इसकी मांग में कोई कमी नहीं आई है। CFR इक्विटी रिसर्च के एक्सपर्ट जानकार मैट मिलर का कहना है कि सोने की जितनी मांग इन दिनों है, उससे ज्यादा पहले कभी नहीं थी।मिलर के मुताबिक दुनिया में पाए जाने वाले कुल सोने का लगभग आधा हिस्सा जूलरी बनाने में इस्तेमाल होता है। इसमें वो हिस्सा शामिल नहीं है, जो जमीन में दफन है। बाकी बचे आधे सोने में से एक चौथाई केंद्रीय बैंकों से नियंत्रित किया जाता है जबकि बाकी का सोना निवेशकों या निजी कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।

मिलर का कहना है कि कोविड-19 की वजह से पूरे विश्व का आर्थिक तंत्र चरमरा गया है। अमेरिकी डॉलर से लेकर रुपया तक कमजोर हुआ है। लगभग सभी देशों के सरकारी खजाने का बड़ा हिस्सा महामारी नियंत्रण पर खर्च हो रहा है। करंसी की छपाई के लिए भारी रकम उधार ली जा रही है। जानकारों का कहना है कि इसी वजह से करंसी का मूल्य ज्यादा अस्थिर हो गया है। वहीं दूसरी ओर निवेशक सोने को भरोसेमंद संपत्ति मानते हैं।

Neelam- रूस के एक अमीर शख्स ने दुनिया को ये बता दिया कि अगर पैसे हो, तो लोग खाना खाने के लिए हेलिकॉप्टर से भी सैकड़ों किलोमीटर दूर रेस्त्रां में जा सकते हैं। बता दें कि इस अरबपति ने सिर्फ बर्गर खाने के लिए 2 लाख रुपये खर्च कर दिए। बर्गर खाने के लिए ये शख्स नजदीक के मैकडोनाल्ड रेस्त्रां में जाने के लिए दो घंटे के लिए हेलिकॉप्टर बुक किया था।

दरअसल, 33 वर्षीय विक्टर मार्टीनोव नामक शख्स अपनी प्रेमिका के साथ क्रीमिया के अलुस्था में छुट्टियां बिता रहे थे। ‘मेट्रो’ की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें क्रीमिया का स्थानीय फूड कुछ खास पसंद नहीं आया, तो उन्होंने मैकडॉनल्ड का बर्गर खाने का मन बनाया। लेकिन मैकडोनाल्ड रेस्त्रां का सबसे नजदीकी आउटलेट करीब 362 किलोमीटर दूर था। फिर क्या शख्स ने अपने खाने के शौक को पूरा करने के लिए दो लाख रुपये में एक हैलिकॉप्टर बुक किया और बर्गर खाने चले गए।

Anil- खबरों के मुताबिक, मार्टीनोव ने जो बर्गर खाया उसकी कीमत 49 पाउंड्स यानी करीब 4900 रुपये थी। लेकिन इसके लिए उन्होंने लगभग 2,000 पाउंड यानी 2 लाख रुपये आने-जाने पर खर्च कर दिए। क्रीमिया में मैकडॉनल्ड्स का आउटलेट नहीं हैं। क्योंकि साल 2014 में ही क्रीमिया में फास्ट फूड का संचालन बन्द हो गया था और इसीलिए वहां अब एक भी मैक्डोनाल्ड्स आउटलेट नहीं है।

बता दें कि विक्टर मार्टीनोव, मॉस्को की हेलिकॉप्टर बेचने वाली एक कंपनी के सीईओ हैं। इस घटना के बारे में उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया और बताया कि ‘मैं और मेरी गर्लफ्रेंड क्रीमिया के प्रॉपर आर्गेनिक फूड से ऊब गए थे। हम नॉर्मल मैक्सिकन फूड खाना चाहते थे, इसलिए हमने एक चॉपर लिया और क्रास्नोडार के लिए उड़ान भरी।

Neelam- वहीं इटली में एक शख्स अपना गुस्सा शांत करने के लिए 450 किलोमीटर पैदल चल गया। इटली में इस तरह का मामला शायद ही पहली बार आया हो कि अपना दिमाग ठंडा करने और गुस्से को शांत करने के लिए कोई शख्स इतना पैदल चला हो। दरअसल, पत्नी के साथ हुए झगड़े के बाद ये शख्स अपना घर छोड़कर चला गया था। 

पत्नी को लगा कि उसका पति जल्द ही घर वापस लौट आएगा लेकिन एक हफ्ते तक उसका पति घर नहीं लौटा। वहीं दिमाग को शांत करने के लिए घर से निकला शख्स रात दो बजे पुलिस को सड़क पर सुनसान इलाके में पैदल चलता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने जब व्यक्ति से पूछताछ की तो पूरी बात सामने आई।

ये शख्स इटली के कोहो में रहता है और निजता कारणों की वजह से पुलिस ने इसकी पहचान उजागर नहीं की। तो मामला कुछ ऐसा था कि पति-पत्नी के बीच घर में कहासुनी हो गई, जिसके बाद पति घर छोड़कर चला गया। शख्स अपने साथ कोई सामान नहीं लेकर गया। 

Anil- 

जब वह अगले दिन घर नहीं लौटा तो पत्नी ने कोहो पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। 48 साल का ये शख्स कोहो से पैदल चलते-चलते 450 किमी दूर फानो पहुंच गया। शख्स ने बताया कि इन सात दिनों में वो रोजाना औसतन 65 किमी पैदल चला। इस दौरान उसके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी, इसलिए वो सड़कों पर आराम करता था और राहगीरों से खाने-पीने की मदद लेता था। 

शख्स ने ऐसा क्यों किया, उसे इस बात की खुद कोई जानकारी नहीं है। उसका कहना है कि वह सिर्फ अपना दिमाग शांत करने के लिए घर से निकला था। बता दें कि इटली में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह नाइट कर्फ्यू लागू है, जिसकी वजह से रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक घर से निकलने पर मनाही है।

पुलिस ने इस व्यक्ति को रात दो बजे पकड़ा, इसलिए जुर्माने के तौर पर इससे 35,000 रुपये भी लिए। पुलिस के मुताबिक व्यक्ति के दिमागी हालत भी ठीक है।

Neelam- अब बारी ख़त शामिल करने की। 

पहला लैटर हमें भेजा है, खंडवा मध्यप्रदेश से दुर्गेश नागनपुरे ने। लिखते हैं, आज के टी टाइम प्रोग्राम के प्यारे प्यारे मेजबानों को हमारा आदाब और शुभ संध्या ।सर्वप्रथम कार्यक्रम में कोरोना वैक्सीन के बारे में बताया गया । साथ ही 11 नंबर अर्थात 11 अंक , माइलस्टोन और मिनी हिन्दुस्तान के नाम से मशहूर फिजी द्वीप के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी काफी रोचक लगी । आपका टी टाइम प्रोग्राम कितना भी सुने जी ही नही भरता , सी.आर.आई. हिन्दी सेवा खूब तरक्की करे , हमारी शुभकामनाये आपके साथ हैं।

Anil- 

दोस्ती शायरी  :-  “रेत की जरूरत रेगिस्तान को होती है,सितारों की जरूरत आसमान को होती है,आप हमें भूल न जाना, क्योंकीदोस्त की जरूरत हर इंसान को होती है…….”

धन्यवाद जी । आपका भी शुक्रिया, हमें लेटर भेजने के लिए।

neelam- यह पत्र भिलाई छत्तीसगढ़ से आनंद मोहन बेन ने भेजा है। लिखते हैं नमस्कार बहुत दिन बाद आपका  कार्यक्रम  सुना, बहुत अच्छा लगा।

टी टाइम में  सबसे पहले कोरोना वैक्सीन पर जानकारी दिया गया  ड्रग रेगुलेटर एमएचआर ने कहा कि यह वैक्सीन 95 फीसदी तक प्रभावी है और इसके व्यापक उपयोग की अनुमति देना सुरक्षित है। चलिए अच्छा समाचार सुनने को मिला  धीरे धीरे इसमें और प्रगति होगी 

११ तारीख पर रोचक जानकारी मिला  अनिलजी  पुराने मान्यताओं को हम अनदेखी नहीं कर सकता 

माइल स्टोन पर अनोखी  जानकारी काफी  अच्छी  लगी कि   पिले  रंग  राष्ट्रीय राजमार्ग / हरे रंग राज्य के राजपथ /काले,निले,सफ़ेद -बड़े  शहर और नारंगी  -गांव की सड़क इतने  रोचक  जानकारी के लिए धन्यवाद 

फिजी में रहने बाले ३७ प्रतिशत  लोग भारतीय है । शादी पर कठिन शर्त  सुनकर आश्चर्य  हुआ। फीजी में मनपसंद लड़की से शादी करने के लिए स्पर्म व्हेल मछली का दांत तोड़ना पड़ता है।आप काफी रोचक हमारे सामने लाते है  धन्यवाद। 

श्रोताओ के पत्र सुनने को मिला ,भाई  दुर्गेश नागपुर ,मेरा बहुत ही करीबी मित्र  सुरेश अग्रवाल  और तिलक राज अरोरा के सुन्दर पत्र शामिल हुआ। सिर्फ ३ पत्र ऐसा क्यू  आपके कार्यक्रम से श्रोता दूर हो रहा है  और इसके पीछे का कारन  भी आपको मालूम होगा। धन्यवाद 

Anil- अब पेश है अगला ख़त, जो भेजा है, ख़ुर्जा यूपी से  

तिलक राज अरोड़ा ने। लिखते हैं भाई अनिल पाण्डेय जी बहन नीलम जी,

सप्रेम नमस्ते।

चायना रेडियो हमको बहुत ही प्रिय है यहां से प्रसारित कार्यक्रम बहुत ही प्रंशसा योग्य है। कार्यक्रम टी टाइम की जितनी भी प्रंशसा की जाए उतनी ही कम है। कार्यक्रम टी टाइम 3 दिसंबर का शुरू से लेकर अंत तक सुना और बहुत ही पसंद आया। कार्यक्रम में जानकारी ब्रिटेन की सुनवायी जहाँ पर एम आर एन ए कोरोना वेक्सीन की जो 95 फीसदी प्रभावी है सुनकर दिल खुशी से झूम उठा। हम ईशवर से प्रार्थना करते है कि यह कोरोना वेक्सीन सफल हो जिससे कि लोगो को कोरोना से मुक्ति मिल सके।

कार्यक्रम में अगली जानकारी सोलोथर्न से सुनवायी यहां के लोगो मे 11 एल्फ अंक से बहुत ही प्यार है सुनकर दिल खुशी से झूम उठा। जानकारी काबिले तारीफ लगी।

कार्यक्रम में सड़क किनारे जो पत्थर लगे होते है इन के ऊपर के हिस्से में पीला हरा काला नारंगी रंग से रंगा होता है इस विषय पर जानकारी इस कार्यक्रम में नंबर वन लगी। हम भी बस दूरी देखते थे इन रंगों के बारे में जानकारी आपके कार्यक्रम से पहली बार सुनी।

दक्षिण प्रशांत महा सागर के मेला नोशिया में फिजी नाम का दृपिय देश से यहाँ पर 37 फीसदी भारतीय रहते है । यहाँ के लोग मन पसंद लड़की से शादी करने के लिये स्पर्म व्हेल मछली के दाँतो को तोड़ना पड़ता है जो कि बहुत मुशकिल कार्य है वाली जानकारी बहुत ही खूबसूरत लगी।

कार्यक्रम में गीत असि अध्धी राती रोईए बिछुड़े हुए यार नू सुनकर बहुत ही आनंद आया। यह गीत बहुत ही पसंद आया।

कार्यक्रम में श्रोताओ के पत्र सराहनीय लगे और जोक्स शानदार लगे।

बेहतरीन कार्यक्रम सुनवाने के लिये आपका बहुत बहुत शुक्रिया।

Neelam- अब पेश है केसिंग उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल का पत्र। लिखते हैं 

ब्रिटेन में फाइजर-बायोएनटेक द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति दिये जाने का समाचार देह में प्राणों के नव-संचार जैसा लगा। ब्रिटेन में शुरुआत हुई है, देर-सवेर विश्व के अन्य देशों में भी टीका पहुँच ही जायेगा। आपने उक्त वैक्सीन के एमआरएनए कोरोना वैक्सीन होने एवं उसकी विशेषता का ज़िक्र करते हुये बतलाया कि -इसमें महामारी के दौरान इकट्ठा किए कोरोना वायरस जेनेटिक कोड के छोटे टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है, जो कि शरीर के भीतर रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाते और कोविड-19 के खिलाफ शरीर को लड़ने हेतु तैयार करते हैं। यह जानकारी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी।

सोलोथर्न में क्यों शुभ माना जाता है 11 का अंक, इस पर दी गयी जानकारी भी अत्यंत रोचक लगी। जानकारी सुन कर लगा कि चाहे पूरब हो या कि पच्छिम, इन्सानी विश्वास अथवा मान्यताओं में काफी साम्य है। 

जानकारियों के क्रम में सड़क के किनारे लगे 'माइल स्टोन' के अलग-अलग रंगों का अर्थ समझाती जानकारी भी बेहद सूचनाप्रद लगी। 

फीजी में मनपसंद लड़की से शादी करने के लिए स्पर्म व्हेल मछली का दांत तोड़ कर लाने सम्बन्धी तबुआ नामक परम्परा के बारे में जानकर तो दांतों तले उंगली दबानी पड़ी। 

कार्यक्रम में पेश श्रोता-मित्रों की राय एवं जोक्स भी रुचिकर लगे। धन्यवाद फिर एक लाज़वाब प्रस्तुति के लिये। सुरेश जी बहुत-बहुत शुक्रिया पत्र भेजने के लिए।

Anil- जोक पेश करते हैं…

पहला जोक 

लड़की को देखने लड़के वाले आये,लड़की वाले – हमारी लड़की लाखों में एक हैलड़के वाले – आपकी लड़की में कोई कमीतो नहीं है ना…लड़की वाले – नहीं जी,हमने बड़े ही नाजों से पाला है इसेलड़के वाले –ओ तेरी, हमें तो पता ही नहीं था,हमने तो अपने बेटे को अनाजों से पाल दियारोज 3 टाइम अनाज खाता है ।

दूसरा जोक

पठान की शादी चल रही थीमौलवी – शादी कुबूल हैबीवी – कुबूल हैमौलवी – किसी जनाब को इस शादी से कोई ऐतराज हो नहीं हैपठान – हमको है मौलवी साहबमौलवी –मियाँ तुम चुप बैठो तुम दूल्हे होतुमको तो जिंदगी भर ऐतराज रहेगा ।

तीसरा जोक

एक लेखक की नयी शादी हुईबीवी की बर्थ डे पार्टी पर —-लेखक – मैं तुमको एक बुक गिफ्ट करना चाहता हूँबीवी – वाओ , सो स्वीटलेखक – बताओ तुम्हारी फेवरेट बुक कौन सी है ?बीवी – आपकी चेकबुक लेखक बेहोश ।

रेडियो प्रोग्राम