अलमिरा अबलाट का शिक्षक बनने का सपना हुआ पूरा

2020-11-19 19:30:52

अलमिरा अबलाट का शिक्षक बनने का सपना हुआ पूरा

दोस्तों, सुश्री अलमिरा अबलाट का घर शिनच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश की एक काऊंटी में स्थित है। अब वे एक शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान की शिक्षक हैं। एक शिक्षक बनना उनके बचपन का सपना रहा है। अलमिरा ने कहा कि जब बच्चों ने उन्हें शिक्षक बोला, तो उन्हें बहुत गौरव और खुशी का अनुभव हुआ। हर बार काम के लिये घर से जाने से पहले वे ध्यान से मेक-अप करती हैं। क्योंकि उन्हें आशा है कि वे अपनी मुस्कान व खुशी विद्यार्थियों तक पहुंचा सकें।

अब सुन्दर व आत्मविश्वास से भरी अलमिरा को देखकर आपने शायद कभी नहीं सोचा होगा कि कई साल पहले वे एक अंतर्मुखी व्यक्ति थी, जो दूसरों के साथ आदान-प्रदान नहीं करना चाहती थी। अलमिरा की याद में वर्ष 2016 में उन्होंने अपनी एक दोस्त की शादी में भाग लिया। इस दौरान वह कुछ धार्मिक उग्रवादी विचारों वाले व्यक्तियों से मिली। इस के बाद वह अकसर ऐसे लोगों द्वारा आयोजित पार्टियों में भाग लेती थीं, और आतंकवादी व उग्रवादी वीडियो व ऑडियो देखती थीं। उग्रवादी विचारों के कुप्रभाव से अलमिरा ने गीत गाने और नृत्य करना छोड़ दिया। दिन भर वे केवल हत्या करके स्वर्ग में प्रवेश करने पर विचार करती थीं। उनका चरित्र दिन-ब-दिन खराब बन गया, और कार्रवाई भी ज्यादा से ज्यादा चरम बन गयी। उस समय देखने में वे एक अलग इंसान बन गयी।

एक बार अलमिरा को अक्सू शिक्षा व प्रशिक्षण केंद्र में आने का मौका मिला। जहां उन्होंने शादी का कानून और महिलाओं के अधिकारों व हितों की गारंटी के कानून सीखे। अलमिरा ने कहा पढ़ाई करके उन्हें पता चला कि कौन सी कार्रवाई वैध है, और कौन सी कार्रवाई अवैध है। उन के अनुसार अब मैं समझती हूं कि चरमपंथी यह चाहते हैं कि हम आपराधिक काम करें। अगर उन कानूनी जानकारियों को नहीं सीख लिया, तो मैंने शायद पाप किया होगा।

अलमिरा ने कहा कि शिक्षा व प्रशिक्षण केंद्र में शिक्षक बहुत ध्यान से काम करते हैं। वे अपने हाथों से हमें अक्षर लिखना सिखाते हैं, और एक एक वाक्य से हमें मंदारिन का उच्चारण सिखाते हैं। इसलिये शिक्षा व प्रशिक्षण केंद्र में पढ़ने के दौरान अलमिरा की चीनी भाषा बड़ी हद तक उन्नत हो गयी। क्योंकि ज्ञान सीखने में वे बहुत तेज़ हैं, इसलिये वे अपनी कक्षा की समिति में एक अध्ययन सदस्य बन गयीं। जिससे उन के पास शिक्षा देने और प्रबंध करने के कुछ अनुभव हैं। इसलिये केंद्र से स्नातक होने के बाद उन्हें सुचारू रूप से एक शिक्षा व प्रशिक्षण संस्था में काम करने का मौका मिला। उन्होंने इस संस्था के साथ श्रम अनुबंध पर हस्ताक्षर किये हैं। और हर महीने उन्हें 3500 युआन की आय मिल सकती है।

शिक्षा व प्रशिक्षण केंद्र में अलमिरा ज्यादा से ज्यादा हंसमुख व आत्मविश्वास से भरी हो गयी। उन के अनुसार केंद्र में खाली समय का जीवन बहुत समृद्ध है। जहां सुलेख व पेंटिंग, कला, खेल और शतरंज आदि रुचि प्रशिक्षण क्लास स्थापित हुए हैं। उन्होंने कला क्लास में प्रवेश किया। इस क्लास में वे धीरे धीरे स्व-संलग्न से निकल गयीं। उनका चरित्र भी दिन-ब-दिन हंसमुख बन गया। साथ ही उन्होंने सौंदर्य सैलून का काम भी सीख लिया। अब हर बार बाहर जाने से पहले वे ध्यान से खुद का मेकअप करती हैं।

मां-बाप अलमिरा के बदलाव को देखकर बहुत खुश हुए। क्योंकि उन की सकारात्मक व आनंदमय बेटी फिर वापस लौटी। अलमिरा ने कहा कि अब वे बहुत सुखी हैं। और उन का भविष्य भी आत्मविश्वास से भरा हुआ है। साथ ही वे अपनी कहानी विद्यार्थियों को बताती हैं, ताकि वे जिंदगी के रास्ते पर दिशा न भटकें, और वे स्वस्थ व खुशहाल जीवन बिता सकें।

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