छिंहाई प्रांत : किसानों और चरवाहों के स्वास्थ्य संरक्षक हैं तिब्बती चिकित्सा अस्पताल

2020-10-12 15:21:24 CRI

छिंहाई प्रांत : किसानों और चरवाहों के स्वास्थ्य संरक्षक हैं तिब्बती चिकित्सा अस्पताल

वर्ष 2020 चीन में गरीबी उन्मूलन का लक्ष्य साकार करने का कुंजीभूत साल है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में विभिन्न पक्षों ने कठोर संघर्ष कर अपने क्षेत्रों में भारी परिवर्तन संपन्न किया। उनमें छिंहाई प्रांत में किसानों और चरवाहों के उन्मुख तिब्बती चिकित्सा अस्पताल की सेवा बहुत प्रशंसनीय है।

छिंहाई प्रांत के हाईनान प्रिफेक्चर की शींगहाई काउंटी में प्राचीन काल के तिब्बती चिकित्सा और दवाइयों का न्यू लुकिंग नजर आया है। किसानों और चरवाहों को अपने दरवाजे पर ही तिब्बती चिकित्सा अस्पताल की तरफ से स्वास्थ्य सर्विस प्राप्त हो सकता है। सरकार की उत्तम नीतियों से रोगियों के चिकित्सा खर्च का बोझ हटाया गया है। जनता के स्वास्थ्य स्तर की गुणात्मक छलांग लगाई गई है।

50 वर्षीय द्रोमा छिंहाई प्रांत के हाईनान प्रिफेक्चर की तुंग-द काउंटी के एक गांव में रहती हैं। जो काठ का डिस्क हर्नियेशन से पीड़ित रहती थी। स्थानीय तिब्बती चिकित्सा अस्पताल में केवल एक हफ्ते के बाद उन की हालत में बहुत सुधार आने लगा। इस अस्पताल के प्रमुख ने कहा कि द्रोमा के इलाज में पारंपरिक चिकित्सा का प्रयोग किया गया है। उन में औषधीय स्नान, रेत स्नान तथा एक्यूपंक्चर आदि शामिल हैं। अस्पताल के प्रधान ने कहा,“इस रोगी की कमर और घुटने के जोड़ों में दर्द है। अब तक मुख्य रूप से उसे औषधीय स्नान, रेत स्नान और एक्यूपंक्चर आदि पारंपरिक उपाय अपनाये गये हैं। रोगी के उपचार में प्रयोगी 220 लीटर दवा मिश्रित पानी है, पर इस दवा पानी के उबालने में तीन घंटे समय चाहिये।”

छिंहाई प्रांत के हाईनान प्रिफेक्चर की शींगहाई काउंटी में स्थापित तिब्बती चिकित्सा अस्पताल आसपास के निवासियों में बहुत लोकप्रिय हैं। यह अस्पताल वर्ष 2009 में स्थापित हुआ था और आज वह एक आधुनिक बड़ा चिकित्सालय बन गया है। अस्पताल के प्रधान ने बताया,“जब हमारा अस्पताल की स्थापना हुई थी तब हमारे पास केवल सात कर्मचारी थे। अब हमारे अस्पताल में 170 चिकित्सक हो गये हैं और उन में 90 प्रतिशत को कालेज स्नातक हैं। और उनमें राष्ट्र स्तरीय प्रसिद्ध चिकित्सक भी शामिल हैं।”

प्रमुख जी ने कहा कि अस्पताल की स्थापना के बाद लोगों को इलाज करने के लिए बहुत सुविधाएं मिल पायी हैं। लेकिन स्थानीय किसानों और चरवाहों की ऐसी आदत है कि जब बीमार हों तो घर पर आराम करते हैं और अत्यंत गंभीर होने से पहले अस्पताल नहीं जाते हैं। प्रधान ने कहा,“हमारे डॉक्टर प्रति वर्ष दो तीन महीनों के लिए गांव में जाते रहते हैं। रोगियों का इलाज देने के अतिरिक्त वे निवासियों में संक्रामक रोग की रोकथाम तथा आम स्वास्थ्य पर जानकारियों का प्रसार आदि भी करते हैं। इस तरह आम लोगों की चिकित्सीय आदत, स्वास्थ्य सूचकांक और स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बहुत बदल गई है।” उधर सरकार की उत्तम नीतियों से किसानों और चरवाहों की अस्पताल में डॉक्टर देख जाने की इच्छा भी बढ़ायी गयी है।

71 वर्षीय चरवाहा गारोगा ब्रोंकाइटिस, पेट की समस्या और मस्तिष्क शोष से ग्रसित हुए। अस्पताल में भर्ती होने का चार हजार युआन का खर्च हुआ, पर उन्हें खुद केवल 261 युआन का भुगतान करना पड़ा। शेष भाग चिकित्सा बीमा की व्यवस्था से उठाया गया। अस्पताल में चिकित्सा बीमा विभाग के प्रबंधक कार्शींग द्रोमा ने कहा,“इस रोगी के खर्च में 2264 युआन चिकित्सा बीमा से प्रतिपूर्ति किया गया है, शेष भाग को गरीब लोगों के लिये सरकारी सहायता से निःशुल्क उठाया गया है। खुद को केवल 6 प्रतिशत भाग का भुगतान करना है।”

वर्ष 2019 में शींगहाई काउंटी में तिब्बती चिकित्सा अस्पताल में आउट पेशेंटों की संख्या 80 हजार तक जा पहुंची जबकि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या चार हजार तक रही। अस्पताल न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि आसपास काउंटियों में रहने वाले रोगियों की भी सेवा कर सकता है। अस्पताल के प्रधान ने कहा कि सरकार की उत्तम नीतियों के कारण से तिब्बती चिकित्सा अस्पताल किसानों और चरवाहों का स्वास्थ्य संरक्षक बन गया है।

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