2009-04-21 15:13:58

चीन और संयुक्त राष्ट्र

भागलपुर बिहार के नाजनी हसन, हमीदा हसन, तमन्ना हसन ,पूरबीना हसन , शाहीना हसन और सुलताना खातून तथा मुबारकपुर आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के दिलशाद हुसैन ने पूछा है कि चीन कब संयुक्त राष्ट्र संघ में शामिल है और कब सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बना है.

संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना दूसरे विश्व युद्ध में फासिस्ट पर विजय पाने की पूर्ववेला में हुई थी । पहली जनवरी 1942 को जर्मनी, ईटाली और जापान जैसे फासिस्टवाद के खिलाफ संघर्ष में जुटे चीन, अमरीका, ब्रिटेन और सोवियत संघ आदि 26 देशों के प्रतिनिधियों ने वाशिंगटन में संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र जारी किया । 25 अप्रैल 1945 को 50 देशों के प्रतिनिधियों ने अमरीका में संयुक्त राष्ट्र अन्तरराष्ट्रीय संगठन का सम्मेलन बुलाया । 26 जून को उन्हों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर किए । 24 अक्तूबर को चीन , फ्रांस , सोवियत संघ, अमरीका और अन्य अनेक देशों ने चार्टर की पुष्टि की, इस तरह संयुक्त राष्ट्र चार्टर प्रभावी हो गया और संयुक्त राष्ट्र संघ औपचारिक रूप से स्थापित हुआ ।

चीन ने 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ के सम्मेलन में प्रतिनिधि मंडल भेजा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधि तुंग बी वु ने प्रतिनिधि मंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर किया । इस तरह चीन संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थापक देशों में से एक बन गया और शुरू में ही चीन संयुक्त राष्ट्र संघ में शामिल हुआ है और इस की सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना के बाद पिछले 63 सालों के दौरान चीन हमेशा इस का सदस्य देश रहा है, फर्क केवल यह है कि 25 अक्तूबर 1971 से पहले संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन की सीट पर क्वोमिंगतान पार्टी की सत्ता का कब्जा रहा था । और उसी दिन संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन लोक गणराज्य के कानूनी स्थान को बहाल करने वाला नम्बर 2758 प्रस्ताव पारित किया गया , जिस के अनुसार चीन लोक गणराज्य के सभी कानूनी अधिकार बहाल किये गए है और क्वोमिंगतान पार्टी के प्रतिनिधियों को संयुक्त राष्ट्र और उस की सभी संस्थाओं में से निकाला गया है।

रोहतास बिहार के सैयद अली सईद , शबाना सईद , सना फातमी और प्रिंस राज तथा कोआथ बिहार के प्रमोद कुमार केशरी ने पूछा है कि क्या चीन में शादी के मौके पर पटाखे छोड़े जाते हैं और चीन में शादी विबाह के कुछ खास दिन होते हैं या साल भर शादी होता रहता है.

शादी ब्याह मानव जीवन का एक अहम संस्कार है और शादी ब्याह पर हमेशा ध्यान दिया जाता है। चीन में शादी ब्याह की प्रथा बहुत पुरानी और शानदार है । शादी के दिन रिश्तेदारों और मित्रों को दावत दी जाती है और अतीत में दुल्हन पालकी पर और दुल्हा घोड़े पर बारात के साथ जाते थे और आजकल कारों के काफिले पर बारात जाता है । शादी के समारोह के लिए आतिशबाजी और पटाखे खूब छोड़े जाते हैं । लेकिन पर्यावरण संरक्षण के लिए वर्तमान चीन में कुछ बड़े शहरों में आतिशबाजी और पटाखे छोड़ने पर पाबंदी लगायी गयी है या केवल विशेष समय पर छोड़े जाने की अनुमति होती है । इसलिए शहरों में शादी के समारोह में पटाखे नहीं छोड़े जाते हैं और दुल्हन और दुल्हे पर आधुनिक तकनीकों से बने रंगीन जलीय फीते छिड़काए जाते हैं। किन्तु चीन के गांवों में अभी पटाखे छोड़ने की प्रथा बनी रही है । चीन में शादी विवाह के लिए कोई विशेष दिन नहीं होते हैं। प्राचीन काल में ज्योतिषियों से मुहुर्त दिन देखा जाता था । वर्तमान काल में चीनी लोग वसंत त्यौहार , राष्ट्र दिवस और इतवार के छुट्टी के दिन पसंद करते हैं । चीन में ग्रीष्मकाल में मौसम बहुत गर्म और शीत काल में मौसम बहुत ठंडा होता है , इसलिए ऐसे समय पर शादी ब्याह कम होता है । चीन में शर्द मौसम सुहावना होता है,और राष्ट्र दिवस भी इसी ऋतु में होता है, इसलिए शादी ब्याह भी ज्यादा होता है ।