2009-02-02 15:43:09

चीन और जापान के संबंध का विकास होगा

सन् 2008 में चीन जापान युवा मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान वर्ष के ढांचे में एक मुख्य आदान-प्रदान की गतिविधि में सितंबर की 18 तारीख से 24 तारीख तक जापान के सांसद, मीडिल स्कूल के छात्र, विश्वविद्यालय के छात्र, कंपनियों के कर्मचारी, संवाददाता आदि से गठित 1000 जापानी युवाओं के प्रतिनिधि मंडल ने चीन में आकर चीनी दोस्तों के साथ आदान-प्रदान किया । लीजिए सुनिए, हमारे संवाददाता को ह्वाई यू की एक रिपोर्ट।

नमस्ते। हम प्रतिनिधि मंडल में विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हैं। हमारे नाम काटायामा रेयी और मिजुन युकी हैं। हम ने इस बार प्रतिनिधि मंडल के साथ पहली बार चीन की यात्रा की है। हमें प्रसन्नता है कि चीनी दोस्तों के साथ अच्छी तरह आदान-प्रदान कर सकते हैं।

सितंबर की 19 तारीख को जापानी युवा मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान वर्ष की गतिविधि में भाग लेने वाले जापानी नौजवान प्रतिनिधि मंडल में विश्वविद्यालय के 124 विद्यार्थियों ने चीनी जन विश्वविद्यालय की यात्रा की। उन्होंने चीनी जन विश्वविद्यालय के नौजवान दोस्तों के साथ आदान प्रदान किया। जापानी लड़की काटायामा रेयी और मिजुन युकी ने चीनी भाषा में कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस के बाद उन्होंने अन्य जापानी विद्यार्थियों के साथ जापान के ओकिनावा के परंपरागत नाच का प्रदर्शन किया।

चीनी जन विश्वद्यालय में जापानी भाषा सीखने वाली विद्यार्थी थ्यान ह्वी शिन ने भी पहली बार इतने अधिक जापानी दोस्तों के साथ आदान-प्रदान किया। उन्होंने कहा

यह मेरे लिए एक बहुत अच्छा अनुभव है। ये जापानी दोस्त बहुत अच्छे हैं। उन्होंने मुझे जापान के बारे में नया अनुभव दिया है जिस से भविष्य में मैं ज्यादा अच्छी तरह जापानी भाषा पढ़ सकूंगी।

चीनी जन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने जापानी दोस्तों के लिए चीनी कुंग फू, चीन की परंपरा कला और नाच आदि प्रोग्रामों का प्रदर्शन भी किया।

जापान के योकोहामा से आयी जापानी लडकी मिजुन युकी ने कहा कि चीन के विद्यार्थियों के साथ आदान-प्रदान करने करके उसे बहुत प्रसन्नता हुई है। उसने कहा

इस गतिविधि में भाग लेना और चीनी दोस्तों के साथ आदान-प्रदान करके मुझे बहुत अच्छा लगा। आप लोगों के साथ आदान-प्रदान करने से मैं बहुत चीजें पढ़ सकती हूं।

चीनी जन विश्वविद्यालय के उप प्रधान मा च्युन च्ये ने कहा

हमें यह मैत्रीपूर्ण संबंध मजबूत करना चाहिए। हमें विश्वविद्यालय में ज्यादा आदान-प्रदान गतिविधियों का आयोजन करना चाहिए। नौजवानों में आदान-प्रदान करने से देशों के संबंध के विकास को भी आगे बढ़ाया जा सकेगा।

जापान के ओसाका विश्वविद्यालय के विद्यार्थी हाचिया माकोटो का उत्तर पूर्वी चीन के हार्बिन में जन्म हुआ। उस के परिवार में चीन और जापान दोनों देशों का खून है। उस ने पेइचिंग के शी शा हाई में बूढों व विकलांग लोगों के क्षेत्रीय सेवा केंद्र का दौरा करके संवाददाता से यह कहा

यहां बूढ़ों व विकलांग लोगों के लिए सेवा करने की परियोजना बहुत अच्छी और विकसित है। इस इमारत में इतना बड़ा पुस्तकालय भी है। एक जापानी व्यक्ति भी यहां काम करता है। मेरे परिवार में चीन और जापान दोनों देशों का खून है। मैं चीनी भाषा और जापानी भाषा दोनों का आदी हूं। इसलिए मैं जापान और चीन की दोस्ती मजबूत करने के लिए अपनी सब से बड़ी कोशिश करना चाहता हूं और योगदान देना चाहता हूं।

सन् 2008 में चीन जापान नौजवान मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान वर्ष की कार्यवाही की जाने से इस वर्ष में चीन और जापान के नौजवानों ने 115 विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया जिन में संस्कृति, विज्ञान, पर्यावरण संरक्षण, तकनीक, मीडिया, पर्यटन आदि क्षेत्र शामिल हैं। 12000 से अधिक लोगों ने द्विपक्षीय आदान-प्रदान में भाग लिया। दोनों देशों के नौजवानों ने विभिन्न प्रकार की आदान-प्रदान गतिविधियों में बहुत अच्छे अनुभव प्राप्त किए।

अब चीन के प्रधानमंत्री श्री वन चा पाओ और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री श्री फुकुदा यासुओ ने लाल झंडे पर अपने नाम के हस्ताक्षर किए हैं। दोनों देशों के नौजवान और जनता की गहरी दोस्ती इस लाल झंडे से जाहिर की गयी है।

20 तारीख को सन् 2008 चीन जापान नौजवान मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान वर्ष की समापन रस्म पेइचिंग उड़डन विश्वविद्यालय की व्यायाशाला में आयोजित हुयी। चीन के प्रधानमंत्री श्री वन चा पाओ और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री श्री फुकुदा यासुओ ने दोनों देशों के नौजवानों के प्रतिनिधियों के साथ रस्म में भाग लिया । दोनों नेताओं ने एक लाल झंडे पर हस्ताक्षर किए जिस से दोनों देशों की जनता के बीच दोस्ती जाहिर हुई है। जापान के नौजवान के प्रतिनिधि मंडल के विद्यार्थी दल के प्रधान यानागिमोटो योशिआकी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भविष्य में चीन और जापान के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान आगे बढ़ाए जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि विश्व अर्थ की एकीकरण प्रक्रिया में जापान के विकास में चीन की ज़रूरत है, चीन के विकास के लिए जापान की ज़रूरत भी है। जापान और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण पड़ोसी संबंध को मजबूत करके उन का विकास करना होगा।