2008-12-12 11:04:10

च्यांगशी प्रांत की ची आन कांऊटी का ग्रामीण दौरा

मध्य चीन स्थित च्यांगशी प्रांत की ची आन कांऊटी में सब गांवों में से मेइ फो नामक गांव सब से प्रसिद्ध है । यह मेइ फो गांव ची आन कांऊटी के दक्षिण पूर्व में अवस्थित है , उस का कुल क्षेत्रफल मात्र एक किलोमीटर है । हालांकि यह गांव बड़ा नहीं कहा जा सकता , पर वह फिर भी आज से कोई 800 साल पुराना है । इस मेइ फो गांव के द्वार पर संगमरमर से तैयार एक पुराना ऊंचा मंडप खड़ा हुआ दिखाई देता है , जिस पर मेइ फो दो शब्द अंकित हैं , कोई भी पर्यटक इस मंडप से होकर मेइ फो गांव में प्रविष्ट हो सकता है ।

इस मेइ फो गांव में हर रोज मनोरंजन के लिये त्से छिंग नामक तमाशा पेश किया जाता है । पर्यटक इस गांव में दाखिल होते ही यह देख सकते हैं कि रंगीन ओपेरा परिधानों में ग्रामीण बच्चे मुखौटे पहनकर प्रसिद्ध चीनी ऐतिहासिक हस्तियों का स्वांग रचते हुए तमाशा खेलते हैं । यह पारम्परिक तमाशा खेलने के लिये बच्चे अपने पांवों को लकड़ी झांकी पर बांधकर खड़े होते हैं , फिर गांव के कई वयस्क इस झांकी को अपने कंधों पर रखकर स्थानीय लोकसंगीत के तालमेल में धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं , जबकि बच्चे झांकी पर नाटक खेलते हैं । कोरिया गणराज्य से आयी पर्यटक सुश्री पाक जुंग शू इस अजीब अभिनय पर एकदम मंत्रमुग्ध हो गयी हैं । उन्हों ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि बहुत खूब , मैं कल्पना नहीं कर सकती हूं कि ची आन कांऊटी के मेइ फो गांव का त्से छिंग तमाशा इतना मनमोहक है । और तो और यहां पर बहुत सी चीनी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर, पारिवारिक मंदिर और पुरानी सड़कें भी देखने को मिलती हैं । यहां पर मैं ने पहली बार चीन के छिंग राजवंश काल में निर्मित गांव देखे हैं , बहुत बढ़िया हैं । मुझे यहां से लगाव हो गया है , घर लौटने के बाद मैं अपने दोस्तों को यहां भ्रमण पर आने को कहूंगी।

मेइ फो गांव दक्षिण चीन के प्राचीन ग्रामीण म्युजियम के नाम से जाना जाता है , गांव में 503 पुराने ढ़ंग वाले रिहायशी मकान और 19 प्राचीन पारिवारिक मंदिर हू ब हू सुरक्षित हैं , इस के अलावा और 8 प्राचीन पुस्तकालयों व मंडपों का भी अपना विशेष स्थान है। मेइ फो गांव के उत्तर में एक पुरानी सड़क भी बहुत चर्चित है , इस हजार मीटर लम्बी सड़क का इतिहास भी पांच छ सौ वर्ष पुराना है । यह तीन मीटर चौड़ी सड़क पत्थरों से बिछायी गयी है । स्थानीय बुजुर्गों के अनुसार पहले इस पुरानी सड़क पर बहुत चहल-पहल नजर आती थी , सड़कों के दोनों किनारों पर सौ से ज्यादा दुकानें खुल गयी हैं । आज तक इस सड़क की पुरानी दीवारों पर चावल या तेल के विज्ञापन के शब्द देखे जा सकते हैं , इस से इस पुरानी सड़क पर तत्कालीन रौनक का आभास मिल सकता है ।