तेंदुए से मिला कुत्ता 狗遇豹子
"तेंदुए से मिला कुत्ता"कहानी को चीनी भाषा में"कोउ यू पाओ ज़"(gǒu yù bào zǐ) कहा जाता है। इसमें"कोउ"और"पाओ ज़" जानवर कुत्ता और तेंदुए हैं। तीसरा शब्द"यू"का अर्थ है मिलना।
दुनिया में कई नस्लों के कुत्ते होते हैं। उनका स्वभाव भी भिन्न-भिन्न होता है। आम तौर पर कुत्ता स्वभाव से वफ़ादार और विश्वसनीय होता है। वह अपने मालिक की रक्षा के लिए अपनी जान भी न्यौछावर करने को तैयार होता है। मालिक के गरीब होने पर भी कुत्ता उसे नहीं छोड़ता। लेकिन इस तरह के भी कुत्ते होते हैं, जो अमीर लोगों के सामने दुम हिला-हिला कर खुशामद करते हैं, लेकिन गरीब लोगों को भयानक तेवर दिखाकर भौंकते हैं।
एक वक्त की बात है, इसी तरह का कुत्ता रोज गांवों में घूमा करता था।
एक दिन, वह सड़क पर घूम रहा था, तभी उसे सामने से कोई आता हुआ नज़र आया। दूर से देखने में वह सुंदर और चमकदार कपड़े पहने लग रहा था। रेशमी कपड़े जैसा उसके वस्त्र बहुत कीमती लग रहे थे । कुत्ता ने उसके कपड़े देखकर सोचा:"यह जरूर कोई अमीर आदमी होगा, यदि मैं उसकी खुशामद करता रहा, तो वह मुझे अपने घर ले जा सकता है।"
खुश होते हुए कुत्ता आगे बढ़ा। लेकिन नज़दीक जाने पर उसे पता चला कि वह कोई मनुष्य नहीं है, सो वह फिर आगे बढ़ने के बजाए वही रूक गया।
दरअसल, सामने जो आया था, वह तेंदुआ था। उस कुत्ते ने कभी भी तेंदुआ नहीं देखा था। उसे मालूम नहीं था कि तेंदुआ बहुत खतरनाक होता है। इसलिए उसने सोचा:"इसके शरीर पर सोने के सिक्कों के चित्र छपे हैं, ज़रूर अमीर होगा, वरना वह अपने शरीर पर इतने सोने के सिक्के भला कैसे लगा सकता? मुझे उसकी खुशामद करनी चाहिए ।"
कुत्ता दुम हिलाते हुए खुशामद करने के भाव दिखा कर तेंदुए की ओर बढ़ा। तेंदुए को सिर झुका कर नमस्कार कहने का मौका भी नहीं मिला, और तेंदुआ हुंकार मार कर उस पर झपट पड़ा। डर के मारे कुत्ता घबरा कर पीछे भागने लगा।
बड़ी मुश्किल से कुत्ता गांव से निकलकर पहाड़ी तलहटी में एक मिट्टी के टीले के पास जा पहुंचा और रूका। पीछे झांक कर देखा, तो पता था कि तेंदुए ने उसका पीछा करना छोड़ दिया है। तब कुत्ते ने एक लम्बी राहत की सांस ली और कुछ-कुछ होश में भी आ गया।
कुत्ते को इस पर खासा ताज्जुब हुआ कि यह अमीर अादमी आखिर खुशामद पसंद क्यों नहीं करता है और उसे मारने पर उतर आता है, यह कैसा अन्याय है।
वह सोच ही रहा था कि उसे अपने पीठ पीछे कोई आहट सुनाई दी। कुत्ता घबरा कर भागने को था, तभी एक मोटी और करुणामयी आवाज़ गूंज उठी:"तुम्हारा यह क्या हाल कैसे हो गया?इतना क्यों डर गए हो? "
मुड़ कर देखा, तो बैल था। कुत्ते ने राहत की सांस ली। उसने बैल से कहा:
"अभी मेरी मुलाकात सोने के सिक्के पहने एक व्यक्ति से हुई थी। मैं उसके साथ मैं बड़ी विनम्रता और उत्साह से व्यवहार कर रहा था। पता नहीं कि क्यों वह मुझे मार कर खाना चाहता था?तुम ही बताओ, यह भी कोई न्याय है"
बैल ने बड़े शांत भाव के साथ कहा:"इस संसार जो जितना अमीर होता है, वह दूसरों को खाने के लिए उतना अधिक तत्पर रहता है।"