लेकिन वर्ष 2014 में इस बंदरगाह की स्थिति जितनी अच्छी नहीं है। वर्ष 2015 के अगस्त में हू याओ चोंग ने यहां पहुंचगर इस बंदरगाह का तेज़ विकास देखा। पिछले वर्ष पाकिस्तान सरकार ने द्रुत गति से वर्ष 2016 वित्त अधिनियम पारित किया, जिससे 23 वर्षों में निवेशकों को कर मुक्त प्रोत्साहन की कानूनी गारंटी मिली। इसके साथ ही पाकिस्तान की नौसेना के टी एफ 88 विशेष दल की स्थापना की। यह दल ग्वादर बंदरगाह और इसके पास के समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा का काम करता है। पिछले वर्ष इस बंदरगाह के बुनियादी संस्थापनों की बहाली और पुन:निर्माण का काम पूरा हो चुका है, इस बंदरगाह की कार्गो हैंडलिंग क्षमता अच्छी है। पिछले वर्ष ग्वादर फ्री ज़ोन के शुरूआती क्षेत्र के डिजाइन, परियोजना, वित्त पोषण का संबंधित काम पूरा हो चुका है और निर्माण का काम पूरी तरह जारी है। चीनी संचार निर्माण कंपनी, एचबीएल जैसे जाने-माने उपक्रम इस शुरू क्षेत्र में मौजूद हैं, जिनकी पूंजी निवेश राशि 2 अरब चीनी य्वान से भी अधिक रही। हेपेई इस्पात कंपनी, पेइचिंग फूथिए कंपनी आदि 16 उपक्रमों ने औपचारिक रूप से पूंजी निवेश की योजना की समझौते पर हस्ताक्षर किए। वे फ्री ज़ोन के उत्तरी क्षेत्र में प्रवेश करेंगे और योजना के अनुसार उनके पूंजी निवेश की राशि 30 अरब चीनी य्वान से भी अधिक होगी।
चीन सरकार की परियोजना में ग्वादर बंदरगाह और फ्री ज़ोन परियोजना चीन द्वारा प्रस्तुत "एक पट्टी एक मार्ग" प्रस्ताव और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की प्रमुख परियोजनाएं हैं। कई बार के निरीक्षण दौरे के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने कहा कि ग्वादर बंदरगाह को एक स्मार्ट बंदरगाह शहर बनाएगा, जिससे यह शहर विश्व अर्थतंत्र में पाकिस्तान की हिस्सेदारी की खिड़की और शुरूआत बन सके। स्मार्ट बंदरगाह शहर के निर्माण की चर्चा करते हुए ग्वादर पत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष मुनीर अहमद जान और अन्य संबंधित लोगों ने चीन के शनछन शहर की चर्चा की।