छिंग मींग के रीति-रिवाज
2017-04-03 19:59:07 cri
झूला झूलना
वह प्राचीन चीन में छिंग मींग उत्सव में प्रचलित रीति-रिवाज था। छ्योछ्येन (झूला) का अर्थ है चमड़े की रस्सी पकड़कर हिलना झूलना। इस का पुराना इतिहास था। सब से पहले इस का नाम था छ्येनछ्यो। बाद में परहेज के लिए छ्येनछ्यो का नाम बदलकर छ्योछ्येन रखा गया। प्राचीन काल में छ्योछ्येन (हिंडोरा) को पेड़ की मोटी टहनी पर बांध दिया जाता था, फिर इस पर रंगीन रस्सी बांधी जाती थी, इस प्रकार एक झूला बन जाता था। कालांतर में विकसित होकर एक स्तंभ पर दो रस्सी बांध कर और एक पेडल लगाने से झूला बनाया जाता है। झूला झूलना न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि साहस बढ़ाने का काम भी आता है। आज भी यह खेल लोगों, खास तौर पर बालकों में बहुत लोकप्रिय है।