दोपहर 12 बजे कापेली और उसके मित्र कुल 10 लोगों ने औपचारिक रूप से दौड़ना शुरू किया। योजनानुसार कापेली रोज 30 से 40 किलोमीटर दौड़ेगा। कुछ समय वह शरीर की स्थिति के मुताबिक छुट्टी भी लेगा या कभी-कभार केवल पैदल चलेगा। पूरे रास्ते में कुछ लोग भी शामिल होंगे। हालांकि वे केवल छोटे भाग के लिए कापेली के साथ दौड़ेंगे, फिर भी वे लोग कापेली के सबसे बड़े प्रोत्साहित व समर्थन करने वाले होंगे। "हम उसके साथ कुछ दूरी तक दौड़ेंगे। निसंदेह हम पेइचिंग तक नहीं दौड़ पाएंगे और केवल दसेक किलोमीटर ही उसके साथ दौड़ेंगे, फिर भी हम आशा करते हैं कि उसे कुछ न कुछ समर्थन दे सकेंगे और उसे मुसीबतों को दूर करने का विश्वास दे सकेंगे।" "लम्बे समय तक दौड़ने के लिए आदमी को शारीरिक व मानसिक परीक्षण देना होता है। लेकिन इतने ज्यादा लोग इस दबाव को सहन करना चाहते हैं और दौड़ के शौकीन हैं। दौड़ने की मनोहरता शायद केवल अपनी इच्छा से अनुभव लेने वाला व्यक्ति महसूस कर सकता है। कापेली ने अपने दिल की बात बतायी। जब मैं आगे नहीं दौड़ पाया, तो मैं सोचूंगा कि यदि मैं त्याग कर दूं, तो क्या करूंगा? त्यागने का अर्थ सभी प्रयास बेकार हो जाना। चूंकि यह मेरा लक्ष्य है, इसलिए इस पर कायम रहूंगा। जीवन भी इसी तरह है। जब हम एक काम शुरू करते है, तो अवश्य ही हमारे दिमाग में याद रहना चाहिए कि हमें मंजिल प्राप्त करने का प्रयत्न करते रहें।"
रूसी लड़काः मॉस्को से पेइचिंग के लिए दौड़ेगा
2017-03-20 09:43:17 cri