हर साल के बारहवें महीने की 8 तारीख को चीन के विभिन्न स्थानों में लाबा खिचड़ी का सेवन करने की प्रथा चल रही है। लिखित ऐतिहासिक सामग्रियों के अनुसार चीन में लाबा खिचड़ी खाने का इतिहास एक हज़ार से ज़्यादा वर्ष पुराना है, जो सब से पहले सुंग राजवंश से शुरू हुआ था। लाबा उत्सव में सभी लोग चाहे वे धनी हो या गरीब, जरूर लाबा खिचड़ी खाते थे। शुरू शुरू में लाबा खिचड़ी लाल सेम से बनायी जाती थी, बाद में उस में कुछ स्थानीय विशेषता वाली चीजें मिलाकर विविध किस्मों की बनायी गयी है।
"लाबा खिचड़ी"का दूसरा नाम है "छीबाओ खिचड़ी"या"वुवेई खिचड़ी", जो जायकेदार व सुगंधित होने के साथ क्षुधावर्धक भी है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसलिए वह लोगों का पसंदीदा खाना बन गया। युग के विकास के साथ साथ लाबा खिचड़ी की किस्में बढ़ती गयीं और स्थानीय स्वादिष्ट स्नेक्स के रूप में विकसित हो गयीं।