मोटी गला की बीमारी से पीड़िक गांव वासी 大脖子病人
"मोटी गला की बीमारी से पीड़ित गांव वासी"कहानी को चीनी भाषा में"ता पो ची पिंग रन"(dà bózi bìng rén) कहा जाता है। इस में"ता"का अर्थ बड़ा या मोटा है,"पोची"का अर्थ है गला,"ता पोची"एक किस्म की बिमारी है, जिसे"मोटी गला रोग"कहा जाता है। चीनी भाषा में"पिंग रन"का अर्थ है रोगी।
कहा जाता है कि पहले उत्तर पश्चिमी चीन के शान्नशी प्रांत और दक्षिण पश्चिनी चीन के सछवान प्रांतों के सीमांत इलाके में नानची नामक एक पहाड़ी घाटी स्थित थी, दूरगम स्थान में रहने के कारण वहां के गांव वासी बाहरी दुनिया से अलग-थलग रहते थे। नानची घाटी में पानी बहुत मीठा था, लेकिन पानी में ओयडिन की कमी होती थी। वर्षों से कम ओयड़िन वाला पानी पीने से लोगों में मोटी गला की बीमारी पड़ती थी। इसलिए नानची इलाके में रहने वाले सभी लोग मोटी गला की बीमारी से पीड़ित थे।
एक दिन, बाहर से एक लोग नानची पहाड़ी घाटी में आया। उसे देख कर गांव वासियों में हलचल मच गया। सभी गांव वासी बाहर से आए लोग को घेर कर दमाशा देखना चाहते थे।
उसकी गला पर जोरदार बहस हुई, कोई कहता था:"देखो , इस आदमी की गला देखो।"
कोई कहता था:"यह क्या दमाशा है?इतनी पतली गला देखने में बहुत कुरूप लगता है।"
तो कोई कहता था:"इतनी पतली गला वाला, वह जरूर मरीज है।"
और कोई कहता था:"इतना पतली गला देखने में बहुत कुरूप है, बाहर नहीं आना चाहिए, उसे अपनी गला को किसी चादर से बांध कर छिपाना चाहिए।"
ये बहस सुनकर बाहर से आए लोग हंस पड़ा, उसने मुस्कराते हुए गांव वासियों से कहा:"दरअसल आप लोगों की गला बीमारी से ग्रस्त है, आप लोगों की बीमारी मोटी गला की बीमारी कहलाती है। यह बड़ी हंसी देने वाली बात है कि आप लोग अपनी बीमारी का इलाज नहीं कराते है, उलटे मुझे पर हंसी कसते।"
गांव वासी कहते थे:"हमारे गांव के सभी लोगों की गला ऐसी ही है। मोटी जोड़ी होती है। देखने में बहुत सुन्दर लगती है, इसका इलाज करने की क्या जरूरत है?"
"मोटी गला की बीमारी से पीड़िक गांव वासी"यानी चीनी भाषा में"ता पो ची पिंग रन"(dà bózi bìng rén) शीर्षक यह कथा हमें बताती है कि अज्ञान होना एक बड़ी गलती है, इस गलती से लोग कभी कभी काला को सफेद समझते है और अपनी गलती पर घमंड भी होते हैं। इसलिए ज्ञान पाना अत्यन्त आवश्यक होता है।