तिब्बत के छामतो क्षेत्र में तिब्बती महाकाव्य राजा गेसार जन्म हुआ था । महाकाव्य के मुताबिक राजा गेसार ने घोडों की दौड़ में आकाश में देव की मदद से खिताब जीता और राजा बनाया गया । छामतो क्षेत्र के लोनी टाउनशिप में आज भी हॉर्स रेसिंग का आयोजन किया जा रहा है । प्रति वर्ष तिब्बती पंचांग के मुताबिक नए साल से पहले और 30 जून को बड़े पैमाने वाला हॉर्स रेसिंग आयोजित किया जा रहा है । लेकिन हॉर्स रेसिंग का मैदान ऊबड़-खाबड़ रहते हैं और इससे जुड़ा ग्रामीण क्षेत्र का रास्ता भी पथरीला रहा, इसलिए भीतरी इलाकों के ह्वानंग कंपनी का एक कार्य दल छामतो क्षेत्र की सहायता के लिए लोनी टाउनशिप के थांगज़ू गांव में भेजा गया था । कार्य दल के सदस्यों ने दस दिनों के समय में 215 परिवारों से इंटरव्यू कर दिया जो 268 वर्ग किलोमीटर विशाल क्षेत्र में रहते हैं । उन्हों ने गांववासियों से अपने उत्पादन और जीवन के बारे में उम्मीदों की पूछताछ की ।
कार्य दल के प्रधान ल्यू चाओ यांग ने कहा,"हमारे थांगज़ू गांव में घोडो की दौड़ सबसे भव्य समारोह माना जाता है । गांववासियों को घोड़ों की दौड़ बहुत चाहिये । लेकिन मैदान की ओर जाने वाली सड़क खड़ी रहती है और बूढ़ों और बच्चों के लिए वहां जाना बहुत मुश्किल है । गांववासियों ने हमसे यह मांगा था कि गांव में अच्छा मार्ग बनाना सबसे महत्वपूर्ण बात है ।"
गांववासियों की उम्मीद सुनने के बाद कार्य दल ने तुरंत ही ह्वानंग कंपनी से दो लाख युवान की पूंजी एकत्र करके गांव में दो रास्ते प्रशस्त किये । जिससे गांववासी चौड़ी चौड़ी सड़कों से मैदान जाकर घोड़े की दौड़ कर सकते हैं । थांगज़ू गांव के मुखिया ने कहा,"गांव में नया मार्ग निर्मित करने के बाद हम घोड़े दौड़ का दो बार आयोजन कर चुके हैं । अब हम मोटर साइकिल से घासमैदान जा सकते हैं । खेल मैदान में सबकुछ का आयोजन आसान हो गया है ।"
वास्तव में सड़क का निर्माण करते समय कार्य दल इस बात पर भी सोच रहा था कि गांववासियों के जीवन स्तर का सुधार कैसा किया जाए, उन की कौशल को कैसे उन्नत हो सके और उन्हें गरीबी से कैसे मुक्त कराया जाए । ल्यू चाओ यांग ने कहा,"हम ने ह्वानंग कंपनी की तरफ से आये सभी सहायता निर्माण कार्य गांववासियों को सौंप दिया है । जल विद्युत इंजीनियरिंग के संदर्भ में हम ने भी गांववासियों और स्थानीय श्रमिकों का प्रशिक्षण करते रहे । इससे हम ने स्थानीय लोगों की कौशल को उन्नत किया और उन की आय में भी वृद्धि करवायी ।"
सड़क का निर्माण ह्वानंग कंपनी द्वारा थांगज़ू गांव की सहायता में की गयी परियोजनाओं में से एक है । इधर के वर्षों में कार्य दल ने गांव में इमारत, संस्कृति केंद्र और जल नालियों का निर्माण करने में भी तालमेल बिठाया है । अभी तक ह्वानंग कंपनी ने थांगज़ू गांव में कुल 32 लाख युवान की पूंजी लगाकर दस परियोजनाएं समाप्त की हैं । इस के बाद कार्य दल के सामने सबसे महत्वपूर्ण काम तीन सौ मू के आधुनिक जौ रोपण अड्डे का निर्माण ही है । क्योंकि जौ की खेती करने से न सिर्फ गांववासियों के खाद्य पदार्थों, बल्कि उनकी आय व्यय से भी संबंधित है ।
कार्य दल के प्रधान ल्यू चाओ यांग ने कहा,"थांगज़ू गांव में जौ की खेती करने वाले क्षेत्र इधर-उधर फैलते हैं, इसलिए हम ने आठ लाख युवान की पूंजी एकत्र कर सभी भूमियों को समतल करवाया और खेतों का मशीनीकरण भी साकार कर दिया । जौ का उच्च मूल्य होता है और बाजार में जौ का दाम भी उन्नत है । जौ खाने से पित्ताशय रोग का उपचार किया जा सकता है ।"
कार्य दल के उप प्रधान निम्मा त्सातुवेई ने कहा,"गांव में ज़मीन समतल नहीं था । ट्रैक्टर को भी आदमी से खींचा जा रहा था जो बहुत खतरा था । इसलिए खेती का काम मुख्य तौर पर याक से करवाया था ।"
थांगजू गांव के आसपास पहाड़ों में मशरूम, कवक और फंगस आदि लाजिमी है । गांववासियों ने कार्य दल के सदस्यों को कभी कभी ऐसी चीज़ें उपहार के रूप में देते रहे हैं । ऐसे विशेष उत्पादों का भीतरी इलाकों में बहुत स्वागत किया जा रहा है । इसतरह कार्य दल को एक नया विचार आया ।
ल्यू चाओ यांग ने कहा,"हम ने गांव में ई-कॉमर्स का काम शुरू किया है । उदाहरण के लिए मासूटाके देवदार पेड़ के नीचे उगने वाला मशरूम है । यह मशरूम हमारे यहां सिर्फ 50 युवान एक किलो है, पर भीतरी इलाकों में कई सौ हो जाएगा ।"
कार्य दल ने गांववासियों की तरफ से बड़ी मात्रा के मशरूम जमा किये । फिर शहर से मशीन और खूबसूरत पैक बॉक्स खरीद किये । तैयारी करने के बाद कार्य दल ने इंटरनेट के जरिये ऑनलाइन का शॉपिंग सेंटर स्थापित किया जो देशभर के ग्राहकों को गांव के विशेष उत्पाद बेचा रहा है ।
ल्यू चाओ यांग ने कहा,"हम ने गांववासियों के लिए सूचना मंच स्थापित किया है और हम अपनी कौशल और सूचनाओं के जरिये गांववासियों की मदद कर रहे हैं । कॉर्पोरेट के मोड से केवल ह्वानंग कंपनी के दायरे में ही अधिकांश उत्पादों की बिक्री हो सकती है ।"
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के छामतो (Chamdo) क्षेत्र का संक्षिप्त परिचय
छामतो क्षेत्र चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सात प्रिफेक्चर क्षेत्रों में से एक होता है । वह तिब्बत के पूर्व में स्थित है और सछ्वान, छींगहाई और युननान प्रांत से जुड़ता है । प्राचीन काल से ही छामतो हमेशा यातायात का केंद्र होता रहा है । नवीनतम जनगणना के अनुसार एक लाख दस हजार वर्ग विशाल छामतो क्षेत्र में सात लाख 30 हजार जनसंख्या का फैलाव होता है जिन के अधिकांश लोग यानी 95 प्रतिशत तिब्बती जातीय हैं ।
13वीं शताब्दी के युवान राजवंश में तिब्बत के चीन के शासन में रखा जाने के बाद केंद्र सरकार ने छामतो में अपना मार्शल कार्यालय रखा था । छींग राजवंश में केंद्र ने भी छामतो का प्रमुख नियुक्त किया था । नये चीन की स्थापना के बाद सन 1960 में छामतो प्रिफेक्चर रखा गया । सन 2014 के अक्तूबर में छामतो शहर रखा गया ।
छामतो क्षेत्र में तिब्बती पठार पर कई बड़ी नदियां बहती हैं । नूच्यांग नदी, लानछांग नदी और चिनशा नदी तथा उन की शाखाएं सब इस क्षेत्र में से गुजर रहती हैं । उन में लानछांग नदी दक्षिण पूर्व एशिया में बहती मेकांग नदी के ऊपरी भाग पर होती है ।
वर्तमान आंकड़े बताते हैं कि छामतो का उत्पादन मूल्य 7.5 अरब युवान तक रहा है । टाउनशिप स्तरीय इकाइयों में शतप्रतिशत और गांवों में टेलीफोन का कवरेज हो चुका है । वर्ष 2014 के आंकड़े बताते हैं कि छामतो में कुल 678 स्कूल स्थापित हैं और 98 प्रतिशत बच्चों की स्कूल में भर्ती हो गयी है । छामतो क्षेत्र में सांस्कृतिक संस्थानों का विकास पनपने लगा है और क्वोज्वांग नृत्य आदि का प्रचार भी देशभर मशहूर है ।
छामतो क्षेत्र में संस्कृति, रेडियो व टीवी प्रसारण आदि का सुभीते से विकास हो पाया है । टीवी व प्रसारण की कवरेज़ दर भी 88 प्रतिशत तक रही है । अब छामतो में 152 अस्पताल और 243 बुनियादी चिकित्सालय स्थापित हो गये और 98 प्रतिशत निवासियों को चिकित्सा बीमा प्राप्त हुई है ।
( हूमिन )