उधर थाईवानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी यूरोप में प्रतिस्पर्द्धा शक्ति को बढ़ाने के लिए वृद्धों को प्रशिक्षण देने के लिए पुनः स्कूल में भेजने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। सरकार बूढ़े आदमियों को मुफ्त शिक्षा देगी, ताकि वे लोग आधुनिक समाज में भविष्य में नौकरी कर सकें। 73 वर्षीय डैनमार्क सोशल पार्टी के सदस्य निल्सन ने डैनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नार्वे, स्वीडन, फरो आइलैंड्स, ग्रीनलैंड और एलैंड द्वीप के श्रमिक बाजार की जांच करके रणनीतिक विश्लेषण आंकलन किया और एक रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में उत्तरी यूरोप के कुछ क्षेत्रों में भविष्य के रोजगार पर अनुसंधान किया गया। सबसे ध्यानाजनक सुझाव है कि श्रमिकों को अनिर्वार्य प्रौढ़ शिक्षा दें, ताकि वैश्विक श्रमिक बाजार में उत्तरी यूरोप के श्रमिकों की प्रतिस्पर्द्धा शक्ति उन्नत हो सके।
नील्सन ने कहा कि विज्ञान व तकनीक के तेज विकास के साथ साथ रिटायर की उम्र और नये शिक्षा तरीके की मांग भी कदम ब कदम बढ़ती रहती है। वृद्धों को तकनीक शिक्षा देने की बड़ी जरूरत है। 60 से 65 की उम्र वाले लोग श्रमिक बाजार में और 5 से 10 सालों का अनिर्वार्य कर्त्तव्य होगा।