बांग्लादेश स्थित पूर्व चीनी राजदूत चांग श्येनयी टैगोर की कृतियों के पाठक व प्रेमी हैं। उन्होंने कहा कि 1915 में छन तूश्यो ने प्रथम बार टैगोर को चीन में परिचय कराया। अब पूरी एक शताब्दी हो चुकी है। कई पीढ़ियों के लोगों के प्रयासों के बाद अब टैगोर के संपूर्ण कृति संग्रह के चीनी संस्करण का प्रकाशन किया गया, जो बहुत गौरव व खुशी की बात है।
1941 में टैगोर के निधन होने से पहले उन्होंने अपनी चीन यात्रा की याद करते समय एक कविता लिखी, जिस का नाम है "मेरा एक चीनी नाम है"। कविता में उन्होंने लिखाः मुझे एक चीनी नाम दिया गया। मैं चीनी कपड़े पहनता हूं। मुझे गहन रूप से महसूस हुआ कि जहां मित्र हो जहां नया जीवन होगा। विश्वास है कि टैगोर के संपूर्ण कृति संग्रह से और ज्यादा चीनी पाठक टैगोर के महान व्यक्तित्व आकर्षण और प्रचुर विचार दृष्टिकोण को समझ सकेंगे। टैगोर से प्रेम करने की भावना भी पीढ़ी दर पीढ़ी रखेगी।