गाजाडामा द्वारा खुद खींचे गए फोटो
गाजाडामा का घर तिब्बती शैली से सजा हुआ है। दीवार पर लगे तीन पोस्टर लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं। इन पोस्टर पर विभिन्न जंगली जानवरों के चित्र बने हुए हैं। गाजाडामा आम तौर पर ज्यादा नहीं बोलता है, लेकिन उसकी आंखों में इन जंगली जानवरों के प्रति प्रेम साफ़ नजर आता है।"
"मैं इन जानवरों से अलग नहीं हो सकता हूं। जब तक मेरे शरीर में जान रहेगी, मैं तब तक उनके संरक्षण के लिए काम करता रहूंगा। मेरा एक बेटा भी है और मुझे आशा है कि भविष्य में वह भी जंगली जानवरों का रक्षक बनेगा।"
नीमा काऊंटी के वानिकी पुलिस स्टेशन के प्रमुख नूछ्योंग ने कहा कि वर्तमान में नीमा काऊंटी में कुल 135 जंगली जानवरों के रक्षक हैं। इस साल और 74 लोगों की नियुक्ति होगी। वन्यजीव संरक्षण स्टेशन भी अधिक होगा।
"अब जंगली जानवरों की रक्षा करने से स्थानीय लोगों को सब्सिडी मिलती है। रोंमा कस्बे में अधिकांश लोग जंगली जानवरों के रक्षक बन गये हैं। कोई भी जंगली जानवरों को शिकार या उनका पीछा नहीं करता है।"
जब हमारा उसके साथ इंटरव्यू समाप्त हुआ, तब दोपहर हो चुकी थी। लेकिन गाजाडामा बिना आराम किए बाहर की ओर निकल गया। क्योंकि उसे जल्दी से उन जानवरों को देखना है।
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