टैक्सी चालक लोसांग दावा और सीआरआई संवाददाता के साथ
वर्ष 1996 में 34 वर्षीय लोसांग ने पत्नि के साथ ल्हासा के पश्चिमी उपनगर में अपना घर खरीदा। उस समय ल्हासा के पश्चिम स्थित उपनगर में कम लोग रहा करते थे। उन्हेंने 1 लाख युआन से 200 वर्गमीटर का मकान खरीदा। घर के अंदरूनी डिज़ाइन के लिए 1 लाख युआन का खर्च हुआ। इस तरह लोसांग और पत्नि ने कई सौ किलोमीटर दूर के शिकाज़े में अपना घर राजधानी ल्हासा में बसाया। दूसरे शहरी वासियों के बराबर खुशहाल जीवन में बच्चे का शिक्षा सबसे अहम बात है। इसकी चर्चा करते हुए तिब्बती बंधु लोसांग दावा ने कहा:"इस साल मेरा बेटा 15 वर्ष हो गया है, जो मीडिल स्कूल में पढ़ रहा है। मैं उसे भीतरी इलाके के शहर में प्रगतिशील स्कूल में भेजना चाहता हूँ। लेकिन वह संबंधित परिक्षा को पास नहीं कर पाया है। भविष्य में वह क्या करेगा?इसके बारे में मैनें अभी तक सोचा नहीं है। मैं मेहनत से काम करता हूं, ताकि भविष्य में उसके विश्वविद्यालय में दाखिला लेने के लिए पैसे जुटा सकूं। बाद में वह कोई नौकरी प्राप्त करेगा और अपने पैरो पर खड़ा होकर जीवन बिता सकेगा।"
गांव से शहर तक पिछले 20 सालों में टैक्सी चालक लोसांग दावा तिब्बत के विभिन्न क्षेत्रों में आए परिवर्तनों का साक्षी है। उसने कहा:"मुझे लगता है कि सबसे बड़ा परिवर्तन जंगली जानवरों के संरक्षण के बारे में है। देश में जंगली जानवरों के संरक्षण से संबंधित कानून लागू किए जाने के बाद तिब्बत में जंगली जानवरों की संख्या बढ़ी है। देखिए, आज हमने जो जंगली जानवर देखे हैं। सरकार के संरक्षण कदम के बिना जानवरों की संख्या कम हो जाएगी। उदाहरण के तौर पर, पहले कार चलाते समय हम कम जंगली जानवर देखते थे। रास्ते में पेड़ और घास वाले पर्वत कम ही नज़र आते थे। हवा बहुत तेज़ चलती था। वातावरण के प्रति हमें अच्छा नहीं लगता था। उस समय अगर रास्ते पर हमें कोई न कोई एक जानवर दिख जाता था, तो हमें बहुत अच्छा लगता था। अब देखिए, घास का मैदान, जानवर, प्राकृतिक दृश्य, बहुत सुन्दर लगता है। मेरा दूसरा अनुभव मार्ग का निर्माण के बारे में है। अब हर गांव, हर क्षेत्र में अलग-अलग तौर पर मार्गों का निर्माण किया गया है। पहले का 4-5 घंटे का रास्ता अब सिर्फ़ 1-2 घंटे में ही सिमट गया है।"
राजधानी ल्हासा में हुए परिवर्तन के बारे में टैक्सी ड्राइवर लोसांग दावा के पास भी गहरा अनुभव है। उसने कहा कि ल्हासा में सबसे बड़ा परिवर्तन बेशुमार वाहन और ऊंचे-ऊंचे इमारतें है। पहले ल्हासा शहर के आसपास इलाकों में जौ का खेती होती थी। अब खेती के जमीन पर एक-एक करके इमारत बन गयी हैं। चाहे किसान हो, या चरवाहे, सब लोग शहरी जीवन पसंद करते हैं।
वर्ष 2014 में लोसांग दावा ने अपने मित्रों और रिश्तेदारों से 3 लाख युआन उधार लिया। उसने अपने घर के मकान को एक मंजिले से दो मंजिले तक बढ़ाया। परिवार सदस्यों के रहने के अलावा लोसांग दावा घर के बाकी कमरे किराए के रूप में दूसरों को देते हैं। इससे हर महीने परिवार में 2 हज़ार युआन की अतिरिक्त आय प्राप्त होती है। टैक्सी चलाने से प्राप्त आय को जोड़कर लोसांग दावा एक साल में 60 हज़ार युआन कमाता है। अपने वर्तमान जीवन से वह काफी संतुष्ट है। लोसांग दावा ने कहा:"मुझे लगता है कि हमारे लिए सुविधापूर्ण रहने का स्थान, स्थिर जीवन सबसे महत्वपूण है। वर्तमान में जीवन सचमुच अच्छा है। हमारे पास कार है, रहने की अच्छी जगह है और पर्यावरण भी बढ़िया है। हमें बहुत अच्छा लगता है। बुढ़े होने के बाद में टैक्सी नहीं चलाऊंगा। एक टी हाउस चलाकर पैसा कमाना चाहूंगा। दूसरों से उधार लिये पैसो को चुकाकर हम अपना और आरामदेह जीवन बिताएंगे। अब मेरा बेटा बड़ा होने वाला है। मेरी पत्नी मेरी बहुत अच्छी तरह से देखभाल करती है। सब कुछ अच्छा है।"